नक्शा तैयार करने में मदद करेगा चंद्रयान

गुरुवार, 23 अक्टूबर 2008 (16:12 IST)
दुनियाभर के वैज्ञानिकों के पास मंगल ग्रह का मानचित्र है, लेकिन उनके पास चंद्रमा का नक्शा नहीं है।

भारत का पहला चंद्र मिशन चंद्रयान-1 11 उपकरण लेकर रवाना हुआ है, जो पृथ्वी के एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह का विस्तृत नक्शे तैयार करने में मदद करेंगे।

ये नक्शे उस समय काफी मददगार साबित सकते हैं, जब इसरो और अन्य अंतरिक्ष एजेंसियाँ चंद्रमा की सतह पर अंतरिक्ष यान उतारने अथवा भविष्य में चंद्रमा को अंतरग्रहीय मिशन के अड्डे के रूप में इस्तेमाल करने की योजना बनाएँगी।

चंद्रयान-। तिरंगा लेकर रवाना हुआ है। दो वर्षीय मिशन के दौरान जब मून इंपैक्टर प्रोब चाँद की सतह पर उतरेगा तो तिरंगे को वहाँ लगा देगा।

चंद्रयान जो 11 उपकरण लेकर रवाना हुआ है। उनमें से पाँच भारतीय तीन यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के अमेरिका के दो और बल्गारिया का एक उपकरण है।

इसरो के पाँच उपकरणों में से एक मून इंपैक्ट प्रोब है, जो चंद्रमा की परिक्रमा एक बार शुरू करने के बाद अंतरिक्ष यान से अलग हो जाएगा और चंद्रमा की सतह से टकरा कर गिर जाएगा। एमआईपी गिरने पर हो सकता है, नहीं बचे। लेकिन यह भविष्य के सॉफ्ट लैंडिंग मिशन के लिए प्रौद्योगिकियों को दर्शाएगा।

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