मैग्नीशियम से बढ़ती है याददाश्त

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बढ़ती उम्र में याददाश्त की कमजोरी की समस्या से परेशान लोगों को अब घबराने की जरूरत नहीं है। एक नए शोध से पता चला है कि भोजन में मैग्नीशियम की पर्याप्त मात्रा लेकर याददाश्त के साथ ही सीखने की क्षमता को भी बढ़ाया जा सकता है।

विज्ञान पत्रिका न्यूरान में इस शोध का ब्योरा दिया गया है। चीन में पेइचिंग के सिंगहुआ विश्वविद्यालय में सेंटर फार लर्निंग एडं मेमोरी फार सेंटर के निदेशक प्रोफेसर गुओसोंग लियू के नेतृत्व में चूहों पर याददाश्त संबंधी परीक्षण किया गया। इससे पता चला कि याददाश्त को बढ़ाने के लिए मैग्नीशियम की मात्रा बढ़ाना कारगर उपाय हो सकता है। लेकिन यदि मैग्नीशियम की मात्रा कम होती है तो इससे ज्ञान तंतुओं पर असर पड़ता है और बढ़ती उम्र में याददाश्त तेजी से कम होने लगती है।

प्रोफेसर लियू का कहना है, 'मैग्नीशियम मस्तिष्क सहित शरीर के अनेक ऊतकों के सही ढंग से काम करने के लिए अनिवार्य है। चूँकि परम्परागत तरीकों से मस्तिष्क में मैग्नीशियम का स्तर बढ़ाना मुश्किल है। इसलिए प्रोफेसर लियू और उनके साथियों ने मैग्नीशियम एल थ्रेयोनैट्स नाम का एक नया मैग्नीशियम यौगिक तैयार किया। जिसे भोजन में शामिल करके मस्तिष्क में मैग्नीशियम का स्तर बढ़ाया जा सकता है।

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प्रोफेसर लियू के अनुसार, हमने पाया कि मस्तिष्क में मैग्नीशियम की मात्रा बढ़ने से जवान और बूढ़े चूहों की याददाश्त और सीखने की क्षमता बढ़ गई। शोध दल ने बताया कि इस अध्ययन में चूहों को सामान्य आहार दिया गया। जो मैग्नीशियम की पर्याप्त मात्रा को नियंत्रित करने के लिए जरूरी था लेकिन जो नतीजे सामने आए, वह सामान्य आहार से मिले मैग्नीशियम का स्तर बढ़ाने से प्राप्त हुए।

प्रोफेसर लियू ने कहा,'हमारे नतीजों से पता चलता है कि मस्तिष्क में मैग्नीशियम का स्तर बढ़ाना याददाश्त की क्षमता बढ़ाने के लिए कारगर हो सकता है। औद्योगिक देशों की आधी आबादी में उम्र बढ़ने के साथ मैग्नीशियम की कमी हो जाती है। मैग्नीशियम की मात्रा बढ़ाकर आयु से संबंधित याददाश्त की कमजोरी को दूर किया जा सकता है।

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