आईएमएफ प्रमुख मामले में भारतीय प्रयास जारी

गुरुवार, 26 मई 2011 (20:21 IST)
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के प्रबंध निदेशक के पद के लिए फ्रांस की वित्त मंत्री क्रिस्टिनी लैगार्ड द्वारा दावेदारी पेश किए जाने के बाद भारत ने गुरुवार को कहा कि विकासशील देश इस मुद्दे पर अपनी स्थिति ‘सुदृढ़ बनाने’ का प्रयास कर रहे हैं।

जहां यूरोप के ज्यादातर देश लैगार्ड की उम्मीदवारी का समर्थन कर रहे हैं, वहीं विकासशील देश अपने बीच मजबूत बाजार के रूप में उभर रहे किसी देश से एक नाम पेश करने के लिए सहमति बनाने का प्रयास कर रहे हैं।

वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने बताया कि मैं विकासशील देशों और उभरती अर्थव्यवस्थाओं के कुछ वित्त मंत्रियों के संपर्क में हूं। हम अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि हम वहां से कोई एक निर्णय कर सकें।

यहां तक कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी वैश्विक वित्तीय संस्थानों में सुधार के प्रयास के लिए विकासशील देशों से एकजुट होने का आह्‍वान किया है।

मुखर्जी ने कहा कि मैंने दक्षिण अफ्रीका के वित्त मंत्री से कल फोन पर बातचीत की। उल्लेखनीय है कि कल ब्रिक्स देशों (ब्राजील, रूस, चीन और दक्षिण अफ्रीका) इस विचार का कल खुलकर विरोध किया कि अगला आईएमएफ प्रमुख भी यूरोप से होना चाहिए।

चूंकि आईएमएफ में 50 प्रतिशत से अधिक मताधिकार अमेरिका और यूरोपीय देशों के पास हैं, इसलिए इन देशों की मर्जी के बगैर किसी तीसरे क्षेत्र का व्यक्ति आईएमएफ का प्रमुख चुना जाना मुश्किल है।

अमेरिका में यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे डोमिनिक स्ट्रॉस कान द्वारा कुछ दिन पहले आईएमएफ प्रमुख के पद से हटने के बाद यह पद रिक्त है। (भाषा)

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