2009-10 में 7.4 प्रतिशत रही वृद्धि दर

सोमवार, 31 मई 2010 (14:46 IST)
देश की अर्थव्यवस्था ने सरकार के अनुमानों को भी पीछे छोड़ते हुए गत 31 मार्च को समाप्त वित्तीय वर्ष 2009-10 में 7.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। सरकार ने वर्ष के दौरान सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था, जबकि चालू वित्तीय वर्ष की वृद्धि 8.5 प्रतिशत तक पहुँचने की उम्मीद की गई है।

उम्मीद से अधिक के इस आँकड़े का एक बड़ा श्रेय पिछले वित्त वर्ष की आंतिम तिमाही (जनवरी-मार्च 2010) को जाता है। आज जारी सरकारी आँकड़ों के अनुसार इस तिमाही में अर्थव्यवस्था की वृद्धि 8.4 प्रतिशत रही, जो इस दृष्टि से वर्ष की सबसे अच्छी तिमाही अवधि सिद्ध हुई।

आँकड़ों के अनुसार चौथी तिमाही में कारखाना क्षेत्र की वृद्धि 16.3 प्रतिशत रही, जिसके चलते पूरे वित्त वर्ष के लिए इस क्षेत्र की वृद्धि दर 10.8 प्रतिशत पर पहुँच गई।

केंद्रीय सांख्यिकी संगठन (सीएसओ) के इन आँकड़ों के अनुसार वर्ष 2009-10 में सूखे और बाढ़ के बावजूद कृषि उत्पाद में कोई गिरावट नहीं हुई। वर्ष के दौरान इसमें कृषि उत्पाद में गिरावट आने की आशंकाओं के विपरीत इस क्षेत्र ने 0.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की।

वर्ष 2007-08 में 9 प्रतिशत की वृद्धि के बाद 2008-09 में वैश्विक संकट के बीच आर्थिक वृद्धि 6.7 प्रतिशत पर आ गई थी। (भाषा)

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