3जी स्पेक्ट्रम के लिए नीलामी शुरू

शुक्रवार, 9 अप्रैल 2010 (15:45 IST)
भारत में 3जी मोबाइल सेवाओं के लिए रेडियो स्पेक्ट्रम की नीलामी की प्रक्रिया आज सुबह सुचारु रूप से शुरू हुई। इसमें भारती, वोडाफोन, आरकॉम और टाटा सहित शीर्ष दूरसंचार कंपनियाँ भाग ले रही हैं।

मोबाइल फोन से आवाज और लिखित संदेश तथा तस्वीरों को भेजने में समर्थ पहली और दूसरी पीढ़ी की सेवाओं के बाद 3जी या तीसरी पीढ़ी की मोबाइल सेवा के जरिए लोग अपने मोबाइल सेट पर ब्रॉडबैंड इंटरनेट की सुविधाएँ और फिल्म आदि का लुत्फ ले सकेंगे।

3जी नीलामी से सरकार को 35,000 करोड़ रुपए या उससे अधिक की आमदनी हो सकती है। दूरसंचार विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सभी 22 दूरसंचार सर्कलों में नीलामी की प्रक्रिया सहज ढंग से शुरू हो चुकी है।

यह पूछे जाने पर क्या सरकार को 35,000 करोड़ रुपए की आमदनी हो जाएगी तो सरकारी अधिकारी ने कहा कि अभी कुछ कहना मुश्किल है। क्या हासिल होगा, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि कंपनियों के बीच लाइसेंस के लिए होड़ कितनी है।

इस दौड़ में नौ मोबाइल फोन सेवा कंपनियाँ शामिल हैं, जिसमें छह बड़ी कंपनियाँ भी हैं। प्रत्येक सर्कल में तीन से चार कंपनियों को जगह मिल सकती है। अखिल भारतीय 3जी लाइसेंस के लिए बोली लगा रही कंपनियों में भारती एयरटेल, रिलायंस टेलीकॉम, आइडिया सेल्युलर, वोडाफोन एस्सार, टीटीएसएल और एयरसेल शामिल हैं।

इसके साथ ही ब्रॉडबैंड वायरलेस सेवा (बीडब्ल्यूए) के लिए भी बोली आमंत्रित की जा रही है। सरकार को 3जी और बीडब्ल्यूए स्पेक्ट्रम की नीलामी से न्यूनतम 30,000 करोड़ से 35,000 करोड़ रुपए मिलने की उम्मीद है।

नीलामी पूरी करने के लिए कोई अंतिम तिथि निर्धारित नहीं है, पर समझा जाता है कि यह तीन सप्ताह तक चलेगी। हर दिन सुबह नौ बजे से शाम 7.30 बजे तक बोलियाँ दर्ज कराई जा सकती हैं।
इसके लिए एक इलेक्ट्रॉनिक ऑनलाइन प्रणाली स्थापित की गई है, जिसमें दुनिया में कहीं से भी बैठकर नीलामी में भाग लिया जा सकता है।

सरकार ने सभी 22 सर्कलों में 3जी स्पेक्ट्रम के लिए न्यूनतम बोली 3,500 करोड़ रुपए तय कर रखी है। बीडब्ल्यूए के लिए आरक्षित मूल्य 1,750 करोड़ रुपए प्रति सर्कल तय किया गया है।
बीडब्ल्यूए स्पेक्ट्रम के लिए कीमतें 3जी नीलामी पूरी होने के दो दिन बाद आमंत्रित की जाएँगी। यह ई-नीलामी संचालित कर रही फर्म एनएम राथ्सचाइल्ड इंडिया के प्रमुख संजय भंडारकर के अनुसार नीलामी की प्रक्रिया तभी रुकेगी, जबकि सभी सर्कलों के लिए एक साथ उच्चतम बोलियाँ प्राप्त हो चुकी होंगी।

नीलामी में सफल रही कंपनियों को सितंबर तक रेडियो फ्रिक्वैन्सी सुलभ कराने का वायदा सरकार ने किया है। अनुमान है कि कंपनियाँ 2010 के आखिर तक या 2011 की शुरुआत में 3जी सेवाएँ दे सकेंगी। (भाषा)

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