अपने करियर के शुरू से ही दबाव और अपेक्षाओं से गहरा नाता रखने वाले भारतीय स्टार बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर ने कहा कि वह समझ सकते हैं कि केविन पीटरसन के लिए एशेज के दौरान ऐसी ही स्थिति रहेगी और उन्होंने इंग्लैंड के इस बल्लेबाज को सलाह दी है कि बल्लेबाजी करते समय वह लोगों की अपेक्षाओं के बारे में नहीं सोचें।
तेंडुलकर ने कहा कि वह (पीटरसन) जब बल्लेबाजी के लिए क्रीज पर उतरे तो उन्हें अपने देश की उनसे लगाई गई अपेक्षाओं के बारे में नहीं सोचना चाहिए। इंग्लैंड के सभी बल्लेबाजों को स्वच्छंद होकर खेलना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जब मैंने टेस्ट क्रिकेट खेलना शुरू किया तो मैं भी देशवासियों की अपेक्षाओं के बारे में सोचता था। मुझे बेहतर से बेहतर तरीके से गेंदबाज का अनुसरण करके उसके हिसाब से खेलना चाहिए था। मैंने इसी पर ध्यान दिया और किसी भी अन्य चीज के बारे में सोचा।
ट्वेंटी-20 विश्वकप में भारतीय टीम की हौसला अफजाई के लिए यहाँ मौजूद तेंडुलकर ने कहा कि उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अगले महीने होने वाली पाँच टेस्ट मैचों की श्रृंखला में पीटरसन और एंड्रयू फ्लिंटॉफसे कुछ बेजोड़ पारियों की आस है।
ऑस्ट्रेलिया के हाल में फॉर्म बिगड़ने के बावजूद तेंडुलकर को लगता है कि यदि फ्लिंटॉफ और पीटरसन अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं करते हैं तो इंग्लैंड के लिए फिर से एशेज जीतना बहुत मुश्किल होगा।
ऑस्ट्रेलियाई टीम विश्व ट्वेंटी-20 चैंपियनशिप के पहले दौर में बाहर होने के बाद अब दो सप्ताह का विश्राम कर रही है। पहला टेस्ट मैच आठ जुलाई से कार्डिफ में होगा।
तेंडुलकर ने यहाँ 'तेंडुलकर ओप्स' की 800 पेज की काफी टेबल बुक के विमोचन के अवसर पर कहा इंग्लैंड दो खिलाड़ियों केविन पीटरसन और एंड्रयू फ्लिंटॉफपर बहुत अधिक निर्भर है। अन्य खिलाड़ी भी अच्छा खेल दिखा रहे हैं लेकिन ये दोनों अहम हैं।
तेंडुलकर से जब पूछा गया कि इस बार एशेज में कौन प्रमुख दावेदार होगा उन्होंने कहा ऑस्ट्रेलिया के पास आक्रामक खिलाड़ी और संतुलित गेंदबाजी आक्रमण है लेकिन मैं यह नहीं कह सकता कि कौन जीतेगा। यह मुश्किल सवाल है।
उन्होंने कहा इंग्लैंड में 2005 में खेली गई पिछली एशेज में इंग्लैंड 2-1 से जीता और मैंने जितनी एशेज देखी हैं उनमें यह सर्वश्रेष्ठ थी। यह किसी भी क्रिकेट प्रेमी केलिएशानदार श्रृंखला थी और मुझे इस बार भी अधिक अंतर नहीं दिख रहा है। तेंडुलकर ने हालाँकि पीटरसन को बल्लेबाजी करते समय पूरी टीम का बोझ लेने के प्रति आगाह किया।
इस 36 वर्षीय बल्लेबाज ने कहा कि उनके करियर के दौरान एक अरब से अधिक लोगों का उन्हें जो प्यार और स्नेह मिला उसके वह आभारी हैं। उन्होंने कहा कि भारत के एक अरब से अधिक लोगों से मिले प्यार का मैं आभारी हूँ, जिन्होंने पूरे करियर में मेरा समर्थन किया।
उन्होंने कहा कि मेरे परिवार के समर्थन के बिना मेरे लिए अपने सपनों को सच करना संभव नहीं होता। मेरे करियर में मेरे परिवार ने बड़ी भूमिका निभाई है।