मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) के हाथों मंगलवार को मिली करारी हार से बौखलाए इंग्लैंड के कप्तान केविन पीटरसन ने अपने खिलाड़ियों को आगाह करते हुए कहा है कि भारत की मजबूत टीम के खिलाफ कड़ी चुनौती पेश करने के लिए उन्हें अपने प्रदर्शन के स्तर को ऊँचा उठाना होगा।
इंग्लैंड को भारत के खिलाफ सात मैचों की एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला खेलनी है जिसका पहला मुकाबला 14 नवंबर को राजकोट में खेला जाएगा, लेकिन मेहमान टीम अपने दूसरे अभ्यास मैच में जिस तरह कल एमसीए एकादश के खिलाफ महज 98 रन पर ही ढेर हो गई थी। उससे आगामी सिरीज में टीम के प्रदर्शन को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
पीटरसन ने मैच के बाद कहा कि इस हार से टीम ने कई सबक सीखे हैं। लंबे अंतराल के बाद हमारी प्रतिस्पर्धात्मक क्रिकेट में वापसी हुई है। हमारा मुकाबला भारत की मजबूत टीम के साथ है, इसलिए अगर खिलाड़ी टीम इंडिया के समक्ष कोई चुनौती पेश करना चाहते हैं तो उन्हें अपने प्रदर्शन के स्तर में सुधार लाना होगा।
एमसीए एकादश के खिलाफ मिली शर्मनाक हार से हलकान हुई अंग्रेज टीम की परेशानी का असली सबब उसके दो मुख्य तेज गेंदबाजों की फिटनैस है। स्टुअर्ट ब्रॉड घुटने में सूजन के कारण इस मैच में नहीं खेल पाए जबकि दूसरे तेज गेंदबाज रेयान साइडबॉटम अब तक चोट से नहीं उबर पाए हैं।
इस मैच में मेहमान टीम के बल्लेबाजों की भी कलई खुल गई। पचास ओवर में 223 रन के मामूली लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम महज 98 रन पर ही ढेर हो गई। 33 रन तक उसके आधे बल्लेबाज और 50 रन तक आठ बल्लेबाज पैवेलियन लौट चुके थे।
टीम के आठ बल्लेबाज तो दहाई के अंक तक भी नहीं पहुँच पाए। पहले अभ्यास मैच के शतकवीर एंड्रयू फ्लिंटॉफ महज पाँच रन बनाकर चलते बने जबकि कप्तान पीटरसन खाता भी नहीं खोल सके।
पीटरसन ने कहा कि रनों का पीछा करने के लिए विकेट मुश्किल नहीं थी, लेकिन हमने उस तरह की बल्लेबाजी का प्रदर्शन नहीं किया, जिसकी दरकार थी। कुछ बल्लेबाजों ने गैरजिम्मेदार शॉट खेले जबकि अन्य चल नहीं पाए।
उन्होंने कहा कि अभ्यास मैचों का परिणाम कुछ भी रहे, कोई उन्हें याद नहीं रखता है, लेकिन असली परीक्षा अंतरराष्ट्रीय मैचों में होती है1 हमारे लिए शुक्रवार को होने वाला मैच महत्वपूर्ण है। यह हमारे लिए बहुत बड़ी श्रृंखला है।