भाजपा नेता एवं गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिमखाना मैदान में आयोजित चुनावी सभा में कहा कि अटलजी की सरकार मजबूत थी, जिसने पोटा का कानून बनाया और कांग्रेस की सरकार मजबूर है, जिसने पोटा कानून हटाया। यही तो तराजू है कि मजबूत और मजबूर कौन है।
भाजपा नेता नरेंद्र मोदी को देखने और उनका भाषण सुनने के लिए मैदान में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि आजाद भारत में अधिकतम समय एक ही पार्टी और एक ही परिवार का शासन रहा है। इसलिए देश की जनता को कांग्रेस से सवाल करना चाहिए कि उसने पिछले पाँच साल में देश को क्या दिया। एक भी कांग्रेस नेता इस सवाल का जवाब नहीं दे पाएगा।
नरेंद्र मोदी ने मुंबई आतंकवाद की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि मुंबई में चार दिन तक आतंकवादी हमारे ही घर में घुसकर तब तक मारते रहे जब तक उनकी गोलियाँ खत्म नहीं हो गईं। और हमारे प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि हम मजबूत सरकार हैं।
उन्होंने कहा कि पुराने जमाने के राजा-महाराजाओं को शिकार का शौक था। शेर और बाघ का शिकार कर उसकी खाल के ऊपर पैर रखकर बंदूक हाथ में लेकर फोटो खिंचवाते थे। इसी तरह दिल्ली में सरकार ऐसी है कि जब आतंकवादियों के सारे हथियार खत्म हो जाएँ और बाद में जब वह मर जाए। उसके बाद कांग्रेस सरकार फोटो निकालती है कि देखो हमने मार दिया।
मोदी ने लालू, मुलायम, रामविलास पासवान और मायावती आदि को कुर्सीभक्त बताया। उन्होंने कहा कि ये सभी वोट बैंक की राजनीति करने वाले हैं।
उन्होंने असम का जिक्र करते हुए कहा कि गुजरात और असम की स्थिति में कोई खास फर्क नहीं है। असम के पड़ोस में बांग्लादेश है और गुजरात के पड़ोस में पाकिस्तान लेकिन एक फर्क बहुत बड़ा है। असम में वोट बैंक की सरकार है, जबकि गुजरात में विकास की सरकार है।