रूठे यार को मनाना मुश्किल है

विशामिश्र

तुम क्या चीज हो तुम्हें मालूम नहीं है शायद
तुम बदलते हो तो मौसम भी बदल जाते हैं

NDND
शायर ने क्या खूब कहा है दोस्तो। 'तुम' बदलते हो तो मौसम भी बदल जाते हैं। यह बात वह कह रहा है अपने उस मेहबूब के लिए जो खुश होता है तो उसे मौसम में बहार लगती है लेकिन अगर वो रूठ जाता है तो हर तरफ उदासी छा जाती है।

आपके साथ भी कुछ ऐसा ही होता है ना। किसी बात पर आपका यार आपसे रूठ जाए और एक दिन उसका एक फोन तक नहीं आए तो कैसा गुजरता है आपका दिन। कहीं भी किसी भी काम में आपका दिल नहीं लगता और आपका गुमसुम से रहने लगते हो।

एक दिन पिंकी किसी बात पर अपने ब्वॉयफ्रेंड नकुल से नाराज हो गई और नकुल ने भी बात को हल्के से लेकर उसे सॉरी नहीं बोला। उस दिन दोनों अपने-अपने घर पहुँचे और अगले दिन जब नकुल ने पिंकी से बात करने की कोशिश की तो उसने एक बार भी फोन नहीं उठाया।

नकुल समझ गया कि पिंकी कल वाली बात को लेकर ही नाराज है। अब वह सॉरी बोलना भी चाह रहा था लेकिन पिंकी कुछ भी सुनने को ही तैयार नहीं थी। उसका मूड देखकर दोस्तों ने उसे बाहर घूमने चलने को कहा लेकिन वो नहीं गया। उसके बहुत अच्छे दोस्त के मनाने पर वो फिल्म देखने गया तो लेकिन उसका मन वहाँ भी नहीं लगा। उसके दिमाग में बस पिंकी ही घूम रही थी।

तब उसे पता लगा कि छोटी-छोटी बातों का आदमी के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है। आखिर में नकुल ने घर जाकर पिंकी को सॉरी कहने के साथ उसकी पसंद की ढेर सारी टॉफीज, आइसक्रीम लाकर दी। साथ होटल खाना खाने गए और पिंकी को फिल्म दिखाने का वादा किया। तब जाकर कहीं बात बनी औपिंकनाराजगदूहुई। गीतकारों ने भी लिखा है।

* रूठे यार नु मना ले क‍मलियाँ के रब आपै मन जाएगा

* रूठे रब को मनाना आसान है, रूठे यार को मनाना मुश्किल है