अन्‍नाबेला को लॉर्ड बायरन का पत्र

16 नवंबर, 1814

मेरी प्रिय,
हमलोग तब काफी अलग हो गए थे, लेकिन एक हजार मील से ज्‍यादा बुरा है एक मील की दूरी। यह बहुत बड़ा दिलासा होगा कि किसी एक को कम-से-कम छ: सौ मील की यात्रा फिर करनी होगी। यदि यह तुम्‍हें थोड़ा भी संतोष देता है, तो मुझे वैसी ही बेचैनी होगी, जैसे कि किसी यात्री के जूते में कंकड़ चला गया हो। और दान जैसी शीतलता, शुद्धता या फिर किसी और प्रकार के परोपकार की तरह होगा।

लॉर्ड बायरन (अपनी होने वाली पत्‍नी अन्‍नाबेला को लिखा गया पत्र)।

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