भारत के प्रमुख उद्योगपति

बुधवार, 12 अक्टूबर 2011 (11:56 IST)
वर्तमान में जहां दुनिया भर की अर्थव्यवस्था स्थायित्व प्राप्त करने के लिए जूझ रही है, वहीं भारत को आर्थिक रूप से मजबूत देश कहा जा रहा है। 2008 की मंदी से जिन देशों की अर्थव्यवस्थाओं से मजबूती से मुकाबला किया, उनमें भारत का नाम अग्रणी रहा।

विशषज्ञों के अनुमान के मुताबिक आने वाले समय में वैश्विक अर्थव्यवस्था के पटल पर भारत की धूम होगी। भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती देने में यहां के उद्योगपतियों ने अहम भूमिका निभाई है। जानते हैं देश के प्रमुख उद्योगपतियों के बारे में।

मुकेश अंबानी


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मुकेश अंबानी भारत के सबसे सफल उद्योगपति होने के साथ ही लगभग 43 अरब डॉलर की निजी संपत्ती के साथ दुनिया के पांचवें सबसे अमीर आदमी। वे रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन, प्रबंध निदेशक और कंपनी के सबसे बड़े शेयर धारक हैं।

रिलायंस इंडस्ट्रीज के उतार-चढ़ाव का सीधा असर भारतीय शेयर बाजार पर पड़ता है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी का 27 मंजिलों वाला नया घर 'अंतिला' दुनिया का सबसे महंगा घर है। इसकी कीमत 4500 करोड़ रुपए बताई जाती है।

मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज की साख पूरी दुनिया में है। मुकेश अंबानी न केवल भारत के बल्कि विश्व के प्रमुख उद्योगपतियों में शुमार हैं।

अनिल अंबानी


मुकेश अंबानी के छोटे भाई अनिल 13.7 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ भारत के सबसे सफल उद्योगपतियों में शुमार किए जाते है। वे रिलायंस अनिल धीरुभाई अंबानी ग्रुप के अध्यक्ष हैं। साल 2010 के आंकड़ों के अनुसार वे 13.7 अरब डॉलर की निजी संपत्ति के साथ चौथे सबसे अमीर भारतीय हैं।

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अपने बड़े भाई के नक्शे कदम पर चलते हुए वे भी पॉली हिल में आलीशान घर बनवा रहे हैं। संपत्ति को लेकर दोनों भाईयों में चली तकरार में दोनों को ही फायदा हुआ। अनिल की कंपनी के आईपीओ ने शेयर बाजार में ऐसा तांडव मचाया था कि अच्छे अच्छों की रूह कांप गई थी। अनिल अंबानी को शेयर बाजार का बड़ा खिलाड़ी माना जाता है।

रतन टाटा


भारत के सबसे पुराने और सफल औद्योगिक घराने में शुमार किए जाने वाले टाटा समूह के अध्यक्ष रतन टाटा ने इस कंपनी को नए मुकाम पर पहुंचाया है। स्टील, टेलिकॉम, कार, सॉफ्टवेअर, नमक, चाय आदि जिस भी उत्पाद के साथ टाटा का नाम जुड़ जाता है वह हमेशा टॉप पर ही आता है।

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उन्होंने देश को टाटा नैनो के रूप में सबसे सस्ती कर दी है। एंग्लो-डच एल्यूमीनियम और इस्पात निर्माता कंपनी कोरस का अधिग्रहण कर टाटा स्टील दुनिया की टॉप स्टील कंपनियों में शामिल हो गई तो फोर्ड मोटर कंपनी से जगुआर और लैंड रोवर को खरीदकर वे वैश्विक कार बाजार में छा गए। 2000 में उन्हें पद्मभूषण पुरस्कार से भी सम्मानीत किया जा चुका है।

सुनील भारती मित्तल


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अग्रणी टेलीकॉम कंपनी भारती टेलीकॉम के चेयरमैन तथा मैनेजिंग डायरेक्टर सुनील भारती मित्तल देश के सफल उद्योगपतियों में शुमार किए जाते हैं। उन्हें देश में टेलीफोन क्रांति का सूत्रधार भी माना जाता है। 2007 में उन्हें भारत सरकार पद्मभूषण पुरस्कार भी प्रदान कर चुकी है। भारत के 22 प्रतिशत मोबाइल फोन मार्केट पर भारती टेलीकॉम का कब्जा है।

अजीम प्रेमजी


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अजीम हाशिम प्रेमजी विप्रो लिमिटेड के अध्यक्ष हैं। इस समूह की विप्रो टेक्नोलॉजीस भारत की तीसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर डेवलपेमेंट कंपनी है। फोर्ब्स के अनुसार, अजीम प्रेमजी 17 अरब डॉलर की शुद्ध संपत्ति के साथ साल 2010 के तीसरे सबसे अमीर भारतीय रहे।

साल 2000 में एशिया वीक द्वारा वे दुनिया के 20 सबसे ताकतवर व्यक्तियों में से एक करार दिए गए। उन्हें भारत का बिल गेट्स भी कहा जाता है। उन्होंने देश में शिक्षा के विकास के लिए 9 हजार करोड़ रुपए दान किए थे यह किसी भी भारतीय उद्योगपति द्वारा दान की गई सबसे बड़ी राशि है।

कुमार मंगलम बिड़ला


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जब भी भारत में सफल उद्योगपतियों की बात होती है तो बिड़ला का नाम इसमें जरूर शामिल किया जाता है। 7.9 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ कुमार मंगलम बिड़ला बिड़ला ग्रुप में सबसे आगे हैं। ये आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन हैं। इस ग्रुप का बेहद फैला हुआ कारोबार है, जिसके दायरे में ग्रासिम, हिंडाल्को, आइडिया सेल्यूलर, आदित्य बिड़ला नुवो, अल्ट्रा टेक सीमेंट जैसी कंपनियां शामिल हैं।

कुशल पाल सिंह


70 साल के कुशल पाल सिंह रियल एस्टेट क्षेत्र का बहुत बड़ा नाम है। ये भारत की सबसे बड़ी रियल एस्टेट डेवलपर कंपनी डीएलएफ लिमिटेड के सीईओ हैं। कंपनी के पास करीब 10255 एकड़ की भूमि संपदा है। उनके पास 9 अरब डॉलर से अधिक संपत्ति है। इन्हें भी सरकार पद्म सम्मान दे चुकी है।

सावित्री जिंदल


14.4 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ सावित्री जिंदल भारत की सबसे अमीर महिला और विश्व की 44 वीं सबसे धनवान शख्सियत हैं। जिंदल स्टील एंड पॉवर लिमिटेड और जेएसडब्ल्यु स्टील की वे नॉन-एक्सक्युटिव चैयरपर्सन हैं। उनके चार बेटों के हाथ में कंपनी की कमान है। वे हरियाणा विधानसभा की सदस्य भी हैं। मंदी के दौर में सावित्री जिंदल की संपत्ति में भारी गिरावट देखी गई थी।

शशि और रवि रुइया


13 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ एस्सार ग्रुप के शशि और रवि रुइया भी भारत के प्रमुख उद्योगपतियों में शुमार किए जाते हैं। एस्सार ग्रुप स्टील, एनर्जी, पॉवर, संचार, बंदरगाह, निर्माण क्षेत्रों में कार्य करता है। शशि और रवि रुइया इस ग्रुप के चेयरमैन और वाइस चेयरमैन हैं। भारत की दूसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी वोडोफोन एस्सार में इनकी 30 प्रतिशत हिस्सेदारी है। हाल ही में एस्सार ग्रुप पर नक्सलियों की मदद करने के भी आरोप लगे थे।

गौतम अदानी


अदानी समूह के प्रमुख गौतम अदानी को तेजी से तरक्की कर रहे भारतीय उद्योगपतियों में शुमार किया जाता है। गत वर्ष गौतम अदानी समूह की 67 प्रतिशत आय वृद्धि हुई। वे देश के 7वें सबसे अमीर व्यक्ति माने जाते हैं।

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