Weather Updates: गुजरात के राजकोट, सूरत और गिर सोमनाथ जिलों समेत कई हिस्सों में मंगलवार को भारी से अत्यधिक भारी बारिश (heavy rain) हुई। इस दौरान कुछ स्थानों पर बाढ़ जैसी स्थिति बन गई और समान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (SEOC) ने बताया कि राज्य के गिर सोमनाथ (Somnath) जिले की सूत्रपाड़ा तालुका में बीते 14 घंटों में मंगलवार सुबह 6 बजे तक सबसे अधिक 345 मिलीमीटर बारिश हुई। राजकोट के धोराजी में 9 इंच पानी गिरा।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले कुछ दिनों के दौरान राज्य के अलग-अलग इलाकों, खासकर सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात क्षेत्रों के कुछ जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान जताया है।
9 दिन बाद दिल्ली में यमुना खतरे के निशान से नीचे : राजधानी दिल्ली में 9 दिन बाद लोगों ने राहत की सांस ली है। यमुना नदी का जलस्तर आखिरकार खतरे के निशान (205.33 मीटर) से नीचे आ गया। इस कारण अब दिल्ली में बाढ़ का खतरा टल गया है। मंगलवार रात 8 बजे जलस्तर 205.30 मीटर दर्ज किया गया था। दिल्ली में यमुना नदी 10 जुलाई से खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी। इस कारण दिल्ली में बाढ़ आ गई और एक बड़ा हिस्सा जलग्मन हो गया था।
शाम 7 बजे ओल्ड रेलवे ब्रिज के पास यमुना का जलस्तर 205.35 मीटर था, जो खतरे के निशान से सिर्फ 2 सेंटीमीटर अधिक था। रात 8 बजे जलस्तर घटकर खतरे के निशान से नीचे 205.30 मीटर पर आ गया लेकिन चेतावनी के स्तर (204.50 मीटर) से ऊपर बना हुआ है।
इस वर्ष यमुना के जलस्तर ने 45 वर्ष पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया था। हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है। 10 जुलाई को शाम 5 बजे यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के पार 205.76 मीटर और बुधवार (12 जुलाई) को बढ़कर 207.71 मीटर पहुंच गया था।
असम में बाढ़ की स्थिति में मामूली सुधार, हजारों लोग अब भी प्रभावित : असम में मंगलवार को बाढ़ की स्थिति में मामूली सुधार हुआ। हालांकि अब भी राज्य के 16 जिलों के लगभग 89,000 लोग बाढ़ से जूझ रहे हैं। यह जानकारी एक आधिकारिक बुलेटिन में दी गई।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) द्वारा जारी बुलेटिन के मुताबिक इस साल बाढ़ से अब तक 8 लोगों की जान गई है। हालांकि पिछले 24 घंटों में बाढ़जनित घटनाओं में किसी की मौत की सूचना नहीं है। बुलेटिन के मुताबिक ब्रह्मपुत्र समेत 4 प्रमुख नदियां विभिन्न जगहों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
राज्य के बारपेटा, चराइदेव, चिरांग, दरांग, धेमाजी, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, लखीमपुर और शिवसागर सहित 16 जिलों में कुल मिलाकर 88,911 लोग अभी भी बाढ़ से जूझ रहे हैं। बिश्वनाथ उपमंडल (स्वतंत्र) भी बाढ़ से प्रभावित है। एएसडीएमए के मुताबिक सोमवार को 17 जिलों में बाढ़ से कुल 1,11,258 लोग प्रभावित थे।
बुलेटिन में कहा गया है कि गोलाघाट सबसे अधिक प्रभावित जिला रहा, जहां 32,815 लोग बाढ़ की चपेट में हैं, वहीं धेमाजी में 23,798 और शिवसागर में 17,733 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। बाढ़ से प्रभावित लगभग 2,333 लोग 22 राहत शिविरों में रह रहे हैं। राज्य में 39 राहत सामग्री वितरण केंद्रों का संचालन किया जा रहा है।
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट के अनुसार आज बुधवार को दक्षिणी छत्तीसगढ़, उत्तरी तेलंगाना और विदर्भ में मध्यम से भारी बारिश संभव है। ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, विदर्भ, मराठवाड़ा, गुजरात के कुछ हिस्सों, कोंकण और गोवा, पूर्वी राजस्थान, पंजाब के कुछ हिस्सों, हरियाणा, उत्तराखंड और हिमाचलप्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ भारी बारिश हो सकती है।
पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, झारखंड के पश्चिम और उत्तर, उत्तरप्रदेश, दिल्ली, तटीय कर्नाटक, केरल और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। उत्तरप्रदेश, बिहार, आंध्रप्रदेश, आंतरिक कर्नाटक और लक्षद्वीप दोनों में हल्की बारिश संभव है।(एजेंसियां)