वैश्विक बाजारों में कमजोरी के बीच विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा सतत बिकवाली के चलते बंबई शेयर बाजार में गिरावट का दौर सोमवार को लगातार आठवें दिन जारी रहा जबकि सेंसेक्स 425 अंक और टूटकर 16,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे चला गया।
बीएसई का तीस शेयर आधारित सेंसेक्स 425.41 अंक टूटकर 1,5946.10 पर बंद हुआ। सेंसेक्स पांच अक्टूबर के बाद पहली बार 16,000 अंक से नीचे गया है।
लगातार गिरावट के इन आठ दिनों में सेंसेक्स लगभग 1,625 अंक टूट चुका है। नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 127.45 अंक टूटकर 4,778.35 अंक पर बंद हुआ।
यूरोपीय बाजारों की खराब शुरुआत तथा एशियाई में कमजोर रख के कारण धातु, बैंकिंग, रीयल्टी, ऑटो तथा आईटी खंड के शेयर भारी दबाव में रहे।
इसके अलावा अंतर बैंक विदेशी मुद्रा बाजार में डॉलर की तुलना में रुपया 32 महीने के न्यूनतम स्तर 52 रुपए प्रति डॉलर तक लुढ़क गया जिसका असर भी बाजार धारणा पर रहा। बैंकों और आयातकों, खास कर तेल शोधन कारखानों की ओर से डॉलर की मांग बढ़ गई थी।
नुकसान में बंद हुए प्रमुख शेयरों में रिलायंस इंडस्ट्रीज, भेल, बजाज ऑटो, भारती एयरटेल, डीएलएफ, एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, जिंदल स्टील, लार्सन एंड टुब्रो, महिंद्रा एंड महिंद्रा, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, टाटा कंसलटेंसी, टाटा पावर शामिल हैं। (भाषा)