‘सात फेरे’ में बच्चों की शैतानी

बच्चों पर आधारित शो की टीआरपी बहुत अधिक बढ़ रही है लेकिन धारावाहिकों में काम करने वाले शरारती बच्चों को सँभालना अकेले प्रोडक्शन टीम के बस की बात नहीं है।

जगदीश और आनंदी की बचपन की लड़ाई ने बालिका वधू धारावाहिक को सबका जाना-पहचाना धारावाहिक बना दिया है। इसके बाद स्पेयर ओरिजिन का लंबे समय से चला आ रहा धारावाहिक ‘सात फेरे’ भी अब स्वीट बच्चों की ऐसी ही शरारतों व लड़ाई-झगड़ों व शैतानियों का सामना कर रहा है।

सात फेरे के क्रिएटिव हेड दीप के अनुसार - 'सेट पर बच्चों का ध्यान रखना व उनसे काम करवाना बहुत ही मुश्किल कार्य है। कई बार तो वे अपनी ड्रेस को लेकर एक-दूसरे से लड़ लेते हैं। ऐसा तब होता है, जब उन्हें किसी दूसरे की ड्रेस अच्छी लगती है और वे उसी ड्रेस की माँग करने लग जाते हैं। बच्चों के लिए यह सामान्य सी बात है और हम सभी के लिए मुस्कुराने का एक बहाना।'

शो के डायरेक्टर वसीम को भी बच्चों के साथ शूटिंग करने में बड़ा मजा आता है। उनके अनुसार 'बच्चों की शूटिंग को देखकर मुझे भी अपने बचपन के दिन याद आते हैं। बच्चों को शूटिंग के लिए तैयार करना एक बेहद ही कठिन कार्य है परंतु इसमें जो मजा है, वो किसी और काम में नहीं है।

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