Numerology 2020 : मूलांक के अनुसार 2020 कैसा है आपके लिए

पं. अशोक पँवार 'मयंक'
मूलांक 1- 1 मूलांक वालों का स्वामी सूर्य है, वहीं वर्ष का अंक 2 है। इनमें आपसी सम स्थिति होने से यह वर्ष आपके लिए मिला-जुला रहकर सुखद रहेगा। आपको कार्यों में सफलता हेतु अधिक प्रयास करना होगा तभी जाकर सफलता मिलेगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से यह साल ठीक-ठाक ही कहा जा सकता है। पारिवारिक मामलों में समय साधारण ठीक-ठाक ही कहा जा सकता है। मानसिक सुख-शांति का वातावरण बना रहेगा।
 
अविवाहितों के लिए समय अनुकूल कहा जा सकता है। नौकरीपेशा व्यक्तियों के लिए समय मिला-जुला रहेगा। बेरोजगारों के लिए खुशखबर है। इस वर्ष आपकी मनोकामना पूरी होगी। व्यापारिक वर्ग अपनी योग्यता का लाभ पाने में समर्थ होंगे। राजनीति में जो लोग हैं, उनके लिए साधारण लाभ के योग रहेंगे।
मूलांक 2 - मूलांक 2 का स्वामी चंद्र है व वर्ष का स्वामी भी चंद्र ही है और दोनों 1 ही ग्रह होने से यह वर्ष आपके लिए मानसिक सुख-शांति के साथ प्रगतिसूचक रहेगा। जो लोग चिकित्सा के क्षेत्र में हैं, उनके लिए यह साल आशाओं भरा रहकर अनुकूल सफलता का रहेगा। किन्हीं नवीन कार्ययोजनाओं की शुरुआत हो सकती है व सफलता के योग भी हैं।
 
व्यापार-व्यवसाय की स्थिति ठीक-ठीक ही रहेगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से यह वर्ष ठीक ही रहेगा। सर्दी-जुकाम की आशंका रहेगी। पारिवारिक मामलों में सुखद वातावरण रहकर परिवार में शुभ कार्य भी हो सकते हैं। मातृपक्ष का सहयोग मिलने से प्रसन्नता का वातावरण भी रहेगा। नौकरीपेशाओं के लिए सहयोगवादी समय रहेगा। यदि आप अपना व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं तो यह साल आपके लिए सुखद रहेगा।
मूलांक 3- मूलांक 3 का स्वामी गुरु है व वर्षांक 2 का स्वामी चंद्र है। गुरु-चंद्र में अतिमित्रता है। यह वर्ष आपके लिए अत्यंत सुखद रहकर लाभकारी रहेगा। किसी विशेष कार्य में सफल होंगे। प्रतियोगी परीक्षाओं में भी संतोषजनक परिणाम पाएंगे। नौकरीपेशा अपनी योग्यता के बल पर उत्तम सफलता पाने में समर्थ होंगे। नवीन व्यापार की शुरुआत भी हो सकती है, जो लाभकारी भी होगी।
 
दांपत्य जीवन में सुखद स्थिति होकर घर या परिवार में शुभ कार्य भी होंगे। मित्र वर्ग का सहयोग मिलने से प्रसन्नता रहेगी। शत्रु वर्ग प्रभावहीन होंगे। महत्वपूर्ण कार्य से यात्रा के योग भी बन सकते हैं। अविवाहितों के विवाह योग बनेंगे। राजनीतिज्ञों के लिए अनुकूल स्थितियां रहेंगी। शत्रु वर्ग प्रभावहीन होंगे। आर्थिक स्थिति मजबूत होकर बचत के योग भी रहेंगे।
मूलांक 4- मूलांक 4 का स्वामी राहु है, वहीं वर्ष का मूलांक 2 है। वर्षांक का स्वामी चंद्र है। दोनों में आपसी शत्रुता है। यह वर्ष आपके लिए अत्यंत सावधानी का रहेगा। कोई भी कार्य सावधानीपूर्वक करें। जोखिम के कार्यों में हाथ न डालें। व्यापार-व्यवसाय में समझदारी से चलना होगा। साझेदारी के कार्य से बचें। पारिवारिक मामलों में सहयोग लेकर चलना होगा। किसी भी प्रकार के वाद-विवाद से बचना होगा।
 
मान-सम्मान में किसी अजनबी के कारण ठेस पहुंच सकती है अत: सावधानी बरतें। शत्रु पक्ष पर ध्यान रखकर चलना होगा। नौकरीपेशाओं के लिए अपने कार्य पर ही ध्यान रखना होगा। लिखा-पढ़ी के कार्य में सावधानी रखना होगी। आर्थिक मामलों में भी संभलकर चलना होगा। जोखिम के कार्य से बचें।
मूलांक 5- मूलांक 5 का स्वामी बुध है, वहीं वर्ष का मूलांक 2 है व इसका स्वामी चंद्र है। ये आपस में शत्रु हैं। यह वर्ष आपके लिए उन्नतिकारक होकर सफलताओंभरा रहेगा। अभी तक आ रहीं परेशानियां भी इस वर्ष दूर होती नजर आएंगी। पारिवारिक प्रसन्नता का माहौल रहेगा। संतान पक्ष से खुशखबर भी आ सकती है। नौकरीपेशा व्यक्तियों के लिए यह वर्ष निश्चय ही सफलताओंभरा रहेगा।
 
दांपत्य जीवन में मधुर वातावरण बना रहेगा। अविवाहित भी विवाह के बंधन में बंधने को तैयार रहें। व्यापार-व्यवसाय में प्रगति से प्रसन्नता रहेगी। नौकरीपेशाओं के लिए यह साल आशाओंभरा रहेगा। नवीन कार्ययोजना बनेगी, जो आगे चलकर लाभदायी भी रहेगी। शत्रु वर्ग से राहत पाएंगे। शुभ कार्य में खर्च भी रहेगा।
मूलांक 6- मूलांक 6 का स्वामी शुक्र व वर्ष का मूलांक 2 है जिसका स्वामी चंद्र है। शुक्र और चंद्र मिलकर शुभ फलदायी होते हैं। कला से जुड़े व्यक्तियों के लिए यह साल अतिउत्तम रहेगा। विद्यार्थी वर्ग और लेखन से संबंधित मामलों से जुड़े व्यक्तियों के लिए उत्तम रहेगा। जो विद्यार्थी इंजीनियर, चिकित्सक, आर्किटेक्ट, फैशन डिजाइनिंग में हैं, उनके लिए यह वर्ष शुभ रहेगा।
 
व्यापार-व्यवसाय में भी सफल रहेंगे। अविवाहितों के लिए विवाह के योग भी बनेंगे। स्त्री पक्ष का सहयोग मिलने से प्रसन्नता रहेगी। नौकरीपेशा व्यक्ति अपनी योग्यता का लाभ पाकर उन्नति की ओर अग्रसर होंगे। बैंक की परीक्षाओं में भी सफलता अर्जित करेंगे। दांपत्य जीवन में सुखद वातावरण रहेगा। आर्थिक मामलों में स्वप्रयत्नों से सफलता पाएंगे।
मूलांक 7- मूलांक 7 का स्वामी केतु है व वर्ष के मूलांक का स्वामी चंद्र है। केतु जिस ग्रह के साथ रहता है, उस जैसा ही प्रभाव देता है। अत: आपको सफेद वस्तुओं के कार्य में सफलता मिलेगी। आपको अपने  प्रत्येक कार्य में जुटकर ही सफलता मिलेगी। व्यापार-व्यवसाय की स्थिति स्वप्रयत्नों से अनुकूल स्थिति में पाएंगे। अधिकारी वर्ग को काफी सावधानीपूर्वक चलना होगा।
 
नौकरीपेशाओं के लिए समय मिला-जुला रहेगा व अपने सहयोगी का साथ लेकर चलें। नवीन कार्ययोजना बनाते समय बड़ों की सलाह लेकर कार्य करें। स्त्री पक्ष में संभलकर चलना होगा। दांपत्य जीवन में विवाद से बचें। कोई भी कार्य शुरू करने से पहले केसर का लंबा तिलक लगाकर शुरू करें व 1 पताका किसी मंदिर पर लगाएं।
मूलांक 8- मूलांक 8 का स्वामी शनि है व वर्ष के मूलांक 2 का स्वामी चंद्र है। इनमें आपसी समता होने से आपके कार्यों में मिली-जुली सफलता मिलेगी। व्यापार-व्यवसाय के मामलों में सावधानीपूर्वक कार्य करने पर सफल होंगे। जरा-सी लापरवाही आपके कार्य में बाधा पहुंचा सकती है। नौकरीपेशा व्यक्तियों को अपने कार्य के प्रति सजग रहना होगा तभी आप वर्षभर सुखद स्थिति पा सकते हैं।
 
राजनीति से जुड़े व्यक्तियों को संभलकर चलना होगा। बेरोजगार, रोजगार हेतु प्रयास करें तो रोजगार पाने में सफल हो सकते हैं। शत्रु वर्ग में मिली-जुली स्थिति रहेगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से समय साधारण ठीक कहा जा सकता है। दांपत्य जीवन में सुधारजनक स्थिति रहेगी। पारिवारिक मामलों में संतोषजनक वातावरण पाएंगे।
मूलांक 9- मूलांक 9 का स्वामी मंगल है व वर्ष के मूलांक 2 का स्वामी चंद्र है। ये सम होने से आप अपनी शक्ति का सदुपयोग कर उन्नति की ओर अग्रसर होंगे। पारिवारिक विवाद भी सुलझेंगे। महत्वपूर्ण कार्ययोजनाओं में सफलता मिलेगी। अधिकार क्षेत्र में वृद्धि होकर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। नौकरी में आ रही बाधा भी दूर होगी। स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा।
 
बेरोजगारों के लिए सुअवसर आएंगे। राजनीतिक व्यक्ति के लिए वर्ष अनुकूल सफलताओं भरा रहेगा। ईष्ट मित्रों व स्वजनों का सहयोग मिलने से प्रसन्नता रहेगी। घर-परिवार में शुभ कार्य होंगे। शत्रु वर्ग प्रभावहीन होगा। दांपत्य जीवन में सुखद वातावरण रहेगा। आर्थिक मामलों में आ रही बाधा भी दूर होकर लाभ होगा।

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