साथ ही उनकी प्रिय वस्तुओं में नारियल, काले तिल, उड़द, नींबू, अकौआ पुष्प, कड़वा तेल, सुगंधित धूप, मालपुए, मदिरा, कड़वे तेल से बने पकवान दान करने से भी भैरव प्रसन्न होते है। भैरव जयंती को कालभैरव अष्टमी भी कहते है। साथ ही कुछ निम्न उपाय करने से जीवन में चमत्कारिक अनुभव प्राप्त होते हैं।