29 मेचो को शनि की साढ़ेसाती का अंत हो जाएगा। तीसरे भाव में यानी पराक्रम भाव में शनि का गोचर आमतौर पर अच्छे परिणाम देता है। यहां विराजमान शनि महाराज पंचम भाव, नवम भाव और द्वादश भाव को देखेंगे जिससे कई यात्राओं के योग बनेंगे। विदेश यात्रा के योग भी बन सकते हैं या आप एक स्थान से दूसरे स्थान या एक शहर को छोडकर दूसरे शहर रहने भी जा सकते हैं।
2. दांतों को अच्छे से साफ रखें और शनिवार के दिन नीम की दातुन करें।
3. शनिवार के दिन शनि मंदिर में जाकर शाम को छाया दान करें।