कैसी है आपकी फाइनेंशियल कंडीशन?

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आर्थिक स्थिति सीधे-सीधे ग्रहों की और कुंडली के धन भाव में स्थित शुभ और अशुभ ग्रहों की स्थिति पर ही डिपेंड करती है मगर हर राशि के अपने विशेष गुण होते है और उसके अनुसार धन की उपलब्धता भी होती ह। इसके आधार पर आर्थिक स्थिति का अंदाज लगा सकते है।

मेष और वृश्चिक राशियाँ मंगल के स्वामित्व की राशियाँ है, यह साहस और रिस्क लेने वाली होती है। जीवन में धन की आकस्मिकता हमेशा बनी रहती है और धन कमाने के लिए बहुत प्रयास भी करना पड़ता है। धन को व्यर्थ खर्च करने की भी आदत इन्हें नुकसान पहुँचा सकती है।

वृषभ और तुला राशियाँ शुक्र के स्वामित्व के कारण धन के मामले में काफी ठीक रहती है। इनके पास सुख साधनॉ की कोई कमी अचानक नहीं हो पाती है। इनके अपने शौक कैसे भी पूरे हो ही जाते है। अक्सर पार्टनर के दम पर इनका जीवन सुख से व धन से भरपूर बीतता है। हाँ बेकार खर्च और व्यसनों में पड़ने की आदत इनके लिए परेशानी बन सकती है।

मिथुन और कन्या राशियाँ बुध के कारण प्रारम्भ में धन के लिए संघर्ष ही करती नजर आती है। अति स्वाभिमान और संकोच के चलते इनके लिए जीवन में संघर्ष बढ़ता ही जाता है और जीवन के उत्तरार्ध में ही इनको धन का सुख मिल पाता है।

कर्क राशि यदि स्त्री की हो तो जीवन में चन्द्र की शुभता के कारण धन धान्य की बहुलता बनी रहती है मगर पुरुष होने पर अति भावुकता और डर के चलते सहसा रिस्क नहीं ले पाते और धन के मामले में हमेशा संघर्ष ही करते देखे जाते हैं।

सिंह राशि के पुरुष धन के मामले में सुखी कहे जा सकते है। सूर्य के कारण आया साहस इन्हें धन प्राप्ति के कोई भी रास्ते अपनाने में हिचक नहीं देता और रिस्क ले लेकर ये आगे बढ़ते है और धनी कहे जा सकते है। स्त्री होने पर धन के लिए बहुत संघर्ष होता है और अपने लिए धन का उपयोग नहीं हो पाता।

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धनु और मीन हालाँकि गुरु की राशियाँ है मगर धनु राशि के पुरुष धन के मामले में सुखी कहे जा सकते हैं, इन्हें भी संघर्ष बहुत करना पड़ता है मगर अंत में धन से भरी सफलता मिलती है। मगर धनु राशि की स्त्रियाँ धन के मामले में परेशान ही रहती है। इन्हें अक्सर परिवार और बच्चों की जिम्मेदारी उठानी पड़ती है और कमाया हुआ धन अपने लिए कभी भी खर्च नहीं हो पाता। जीवन संघर्ष में ही बीतता है। मीन राशि की स्त्रिया पुरुषों के मुकाबले ज्यादा धनी और सुखी पाई जाती है।

मकर और कुम्भ राशि पर शनि का प्रभाव होने से ये व्यक्ति धन के लिए हमेशा संघर्ष ही करते रहते है और बुढापे में जाकर ही सुखी हो पाते है। इनका अड़ियल स्वभाव इनके हमेशा आड़े आता है। मकर राशि अपने आलसी स्वभाव के चलते धन के मामले में पीछे रहती है तो कुम्भ राशि कटु जबान के कारण मुश्किल में पड़ जाती है।

विशेष : यदि मूल कुंडली में धन योग अच्छे हो तो राशि की कमियाँ कम की जा सकती है

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