अमावस्या को पीपल के पेड़ के नीचे दीया जलाने से पितृ और देवता प्रसन्न होते हैं। इस दिन सुबह-शाम घर के मंदिर और तुलसी पर दीया लगाने से कलह और दरिद्रता मिटती है। प्रत्येक अमावस्या को घर की सफाई कर सभी प्रकार का कबाड़ घर से निकाल दें, इससे रुके काम बनते हैं और बाधाएं दूर होती हैं। इसके प्रभाव से घर में धन-धान्य की कोई भी कमी नहीं रहती।
नियम से प्रत्येक अमावस्या को गौमाता को 5 फल भी नियमपूर्वक खिलाने चाहिए। घर में शुभता एवं हर्ष का वातावरण बना रहता है। अमावस्या की तिथि को कोई भी नया कार्य, यात्रा, क्रय-विक्रय तथा समस्त शुभ कर्मों को निषेध कहा गया है इसलिए इस दिन इन कार्यों को नहीं करना चाहिए।