अप्रैल माह अमेरिका के लिए उन्नति वाला रहेगा। स्विट्जरलैंड, इराक, ईरान व अफगानिस्तान में संघर्ष रहेगा। पाकिस्तान, उत्तर कोरिया, दक्षिण कोरिया, तुर्की व बर्मा आदि देशों में अशांति व युद्धादि का भय रहेगा। दुबई, नेपाल, चीन, श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया व लंदन में शांति व सुख रहेगा। विश्व के अन्य देशों में स्त्री व बच्चों को सुख रहेगा।
भारत का इस माह विश्व में दबाव कम रहेगा। चीन व पाकिस्तान दबाव बनाएंगे। आतंक पर भारत का दबाव कम नजर आएगा। विश्व स्तर पर विज्ञान के क्षेत्र में उन्नति होगी। कृषक वर्ग में परेशानी आएगी।
14 अप्रैल, शनिवार से सूर्य के अश्विनी नक्षत्र में आने से अलसी, तिल, तेल, सोना, चांदी, लोहा, तांबा, नारियल व सुपारी में तेजी रहेगी। 15 अप्रैल में बुध मार्गी होने से रुई, गेहूं, जौ, चना व अनाज में तेजी रहेगी। रेशम, तेल, अलसी, गुड़, मूंगफली व कपूर में मंदी आएगी। शुक्र कृत्तिका नक्षत्र में होने से जौ, चावल, हींग, तेल, तिल व सरसों में मंदी आएगी। 19 अप्रैल से गुड़ व शकर में भारी तेजी व कपास में मंदी आएगी।
25 अप्रैल, बुधवार से मंगल के उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में आने से रुई में विशेष तेजी रहेगी एवं धान्य, घी, तेल, सरसों व उड़द में भी हल्की तेजी रहेगी। 27 अप्रैल, शुक्रवार से सूर्य के भरणी, बुध के रेवती एवं शुक्र के रोहिणी नक्षत्र में होने से सोना, चांदी, तांबा, मूंगा, पीतल, चादर, गेहूं, जौ, चावल, चना, मोठ, अलसी, रुई, सरसों, गुड़, शकर, घी, लालमिर्च में तेजी एवं दाख, सुपारी, नारियल, ऊन, तिल एवं तेल में मंदी आएगी।
इस माह कुंडली को बादल चाल की से देखें तो पहाड़ी क्षेत्रों में तापमान अधिक रहेगा, मैदानी भागों में तापमान सुबह-शाम कम रहेगा व दोपहर में अधिक तापमान रहेगा। दिल्ली, उत्तराखंड व अंडमान द्वीप समूह में अप्राकृतिक घटना होने के योग बनते हैं।