2025 Telugu Hanuman Jayanti: हनुमान जयंती एक प्रमुख हिन्दू त्योहार है, जो भगवान हनुमान के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व विशेष रूप से भारत के विभिन्न हिस्सों में मनाया जाता है, और खासतौर पर उत्तर भारत, महाराष्ट्र, और दक्षिण भारत में इसे धूमधाम से मनाया जाता है।ALSO READ: 2025 में कब मनाई जाएगी अपरा एकादशी, जानें पूजन के शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
तेलगु हनुमान जयंती कब है : आपको बता दें कि धार्मिक मान्यता के अनुसार उत्तर भारत और दक्षिण भारत में अलग-अलग तिथि विशेष को हनुमान जयंती मनाई जाती है। इसमें चैत्र माह की पूर्णिमा को उत्तर भारत में, मार्गशीर्ष अमावस्या तिथि पर तमिल में, मार्गशीर्ष शुक्ल त्रयोदशी पर कन्नड़ में और आंध्र प्रदेश, तेलंगाना या तेलुगु में ज्येष्ठ महीने की दशमी तिथि को हनुमान जन्म उत्सव मनाया जाता है। अत: वर्ष 2025 में इस बार तेलुगु में हनुमान जयंती 22 मई 2025, दिन गुरुवार को मनाई जा रही है।
तेलुगु संस्कृति में हनुमान जयंती: दक्षिण भारत, विशेष रूप से तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में, हनुमान जयंती एक विशेष महत्व रखती है। यहां पर लोग विशेष रूप से हनुमान की पूजा में बड़े उत्साह से भाग लेते हैं। मंदिरों में विशेष पूजा आयोजित होती है, और लोग अपने घरों में भी भगवान हनुमान की पूजा करते हैं।
आंध्र प्रदेश में हनुमान जयंती को 'हनुमान जयंती महोत्सव' के रूप में मनाया जाता है और इसे विशेष रूप से श्रीराम के साथ हनुमान की उपासना के रूप में देखा जाता है। यह पर्व न केवल धार्मिक विश्वास को प्रकट करता है, बल्कि समाज में प्रेम, साहस और भक्ति की भावना को भी बढ़ाता है।
तेलुगु हनुमान जयंती पर पूजन के शुभ मुहूर्त:
दशमी तिथि प्रारंभ- 22 मई 2025, दिन गुरुवार को तड़के 03:21 मिनट से।
दशमी तिथि का समापन- शुक्रवार, 23 मई 2025 को मध्यरात्रि 01:12 मिनट पर।
पूजा का शुभ समय:
अमृत काल: सुबह 10:11 से 11:42 मिनट तक।
अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:51 से दोपहर 12:45 मिनट तक।
गोधूलि मुहूर्त: शाम 07:08 से दोपहर 07:28 मिनट तक।
हनुमान जयंती की पूजा विधि:
1. हनुमान चालीसा और रामायण का पाठ करना इस दिन विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है।
2. इस दिन हनुमान जी की पूजा में विशेष रूप से मिठाइयां जैसे लड्डू चढ़ाने की परंपरा है, क्योंकि हनुमान जी को लड्डू बेहद प्रिय थे।
3. हनुमान मंदिरों में भव्य पूजा और आरती होती है, जिसमें भक्तों की भीड़ रहती है।
हनुमान जयंती क्यों मनाई जाती है? हनुमान जयंती भगवान हनुमान के जन्म की खुशी में मनाई जाती है। भगवान हनुमान को महावीर, अंजनीपुत्र, और राम के परम भक्त के रूप में पूजा जाता है। उनका जन्म प्रभु श्रीराम के भक्त होने के कारण विशेष रूप से राम भक्तों के लिए महत्वपूर्ण है। हनुमान जी ने प्रमु श्री राम की सहायता की थी जब रावण ने माता सीता का अपहरण किया था। हनुमान जी की विशेषताएं जैसे उनका अडिग विश्वास, शक्ति, भक्ति और साहस उन्हें हर युग में श्रद्धेय बनाती हैं। इसलिए, उनकी पूजा से भक्तों को मानसिक शांति, शारीरिक शक्ति, और जीवन में सफलता प्राप्त होती है।
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