1. शनि का मकर में गोचर: शनि ग्रह ने जब 24 जनवरी 2020 में खुद की राशि मकर राशि में प्रवेश किया था, तब दुनिया में कोरोना महामारी का प्रकोप फैल गया था। यह आशंका वर्ष 2019 की शुरुआत में ही व्यक्त की जा रही थी कि शनि के मकर में जाने से दुनिया में कुछ बड़ा होने वाला है। ज्योतिष जनविद्रोह और किसी महामारी की बात कर ही रहे थे।
3. शनि का मीन में गोचर: शनि बृहस्पति की राशि मीन में 29 मार्च 2025 को जाने वाला था उससे पहले ही यह आशंका व्यक्त की जा रही थी कि देश और दुनिया में भूकंप और युद्ध का नया दौर चलेगा और खासकर भारत के लिए वर्ष 2025 खराब रहने की आशंका व्यक्त की जा रही थी। वर्ष 2020 के बाद से ही देश और दुनिया के हालात लगातार बदलते और गिरते जा रहे हैं। महामारी, भूकंप, बाढ़, दंगे, विद्रोह, आंदोलन, तख्तापलट, युद्ध, आतंकवाद और महंगाई की चपेट में हर देश है। ऐसा समय करीब 80 वर्ष पहले था जबकि दूसरा विश्व युद्ध प्रारंभ हुआ था।
अब शनि 29 मार्च 2025 को शनि मीन राशि में प्रवेश किया है तो यह आशंका जताई जा रही है कि कोई बड़ा भूकंप और युद्ध होने वाला है। वर्तमान में भूकंप कई आए जिसमें बड़े की बात करें तो 7.7 तीव्रता का भूकंप म्यांमार में आया था। इसी के साथ ही भारत के कश्मीर में पहलगाम में आतंकवादी हमले के चलते अब भारत और पाकिस्तान में तनाव चरम पर है। युद्ध की बात कही जा रही है।
ज्योतिष के अनुसार अब 14 मई 2025 से गुरु के अतिचारी होने से बड़े पैमाने पर जलवायु परिवर्तन के चलते धरती के मौसम और तापमान में बदलाव हो जाएगा। लोगों की मानसिक स्थिति गड़बड़ा जाएगी। इसी के साथ ही महायुद्ध का बिगुल बज जाएगा। मई 2027 से लेकर जुलाई 2028 तक गुरु की चतुर्थ भाव में गति के चलते भारत की सीमाओं में बड़े पैमाने पर बदलाव होंगे और पाकिस्तान नाम का देश धरती पर कहीं भी नजर नहीं आएगा।