Pakistan tension on border: पहलगाम नरसंहार का बदला लेने की खातिर भारत पाकिस्तान पर हमला बोलेगा परंतु सिर्फ आतंकवादी प्रशिक्षण केंद्रों पर। हालांकि वह इस हमले के परिणामों से भली भांति अवगत है और वह सीमाओं पर सुरक्षा प्रबंध मजबूत करने के लिए सेना को तैनात करने लगा है। वैसे पाकिस्तान द्वारा सीमाओं पर सेना का जमावड़ा करने की पहल की गई है क्योंकि वह जानता है कि भारत पहलगाम में हुए हमले का बदला अवश्य लेगा।
मिसाइल और तोप से सधेगा निशाना : रक्षाधिकारियों के अनुसार, पाक कब्जे वाले कश्मीर में स्थित ट्रेनिंग कैम्पों पर प्रहार करने की खातिर जो तैयारियां आरंभ की गई हैं, उनमें पृथ्वी जैसी मिसाइलों की तैनाती से लेकर बोफोर्स तोपों की तैनाती भी होगी ही। सेना की कई कमांडों यूनिटों को भी इसके लिए तैयार रहने को कहा गया है, जिन्हें उनके टास्क के बारे में पूरी जानकारी दे दी गई है।
एलओसी नहीं लांघेगी सेना : यही नहीं, मिसाइलों तथा बोफोर्स तोपों के बाद कमांडो रेड तथा हवाई हमलों के विकल्प को भी खुला रखा गया है। इन दोनों विकल्पों का इस्तेमाल उसी स्थिति में किया जाएगा जब पहले वाले दो विकल्पों से जो ट्रेनिंग कैम्प बच जाएंगे, उन्हें नष्ट करने की खातिर। सूत्रों के अनुसार, भारत इन प्रशिक्षण केंद्रों को तबाह करने के लिए बाद वाले दो विकल्पों का इस्तेमाल करने से परहेज करता है क्योंकि वह जानता है कि उसका अर्थ दुनिया एलओसी को लांघने के रूप में लेगी, जबकि सच्चाई यह है कि ऐसा अमेरीका द्वारा भी आतंकवाद के खात्मे की मुहिम के तहत किया जा चुका है।