Til ka matlab: शरीर के अंगों पर स्थित काले तिल के अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग परिणाम होते हैं। तिल काला व कत्थई रंग का होता है, काले तिल का गाल पर होना या ऊपरी अधर पर होना जहां सुंदरता में चार चांद लगा देता है, वहीं यही कामुकता का प्रतीक भी बन जाता है। ऊपरी अधर पर तिल उस जातक को कामुक के साथ सुंदर, आकर्षक बनाने वाला होता है, इसी प्रकार निचले होंठ पर तिल दरिद्रता का सूचक होता है।
* नाक के मध्य तिल हो तो ऐसा जातक स्थिर न रहकर इधर-उधर भटकता रहने वाला होता है।
* बाएं गाल पर तिल शुभ नहीं माना जाता है, ऐसा तिल गृहस्थ जीवन में धन का अभाव बताता है।
* ठोड़ी पर पाया जाने वाला तिल व्यक्ति को स्वार्थी, व्यक्तिवादी, स्वहित देखने वाला व समाज से कटा सा बनाता है।
* दाएं हाथ पर तिल शुभ व बाएं हाथ की हथेली में तिल अति व्यय का सूचक होता है।
* यदि गुप्तांग के ऊपरी भाग पर तिल हो तो ऐसा जातक अति कामुक होता है एवं अनेक स्त्री या पुरुष का साथ पाता है। इस प्रकार तिल भी शुभ-अशुभता के संकेत देते हैं।