दिन की नींद के दौरान आए सपनों को विकृत मन का दर्शन कहा जाता है। व्यक्ति जब मानसिक दृष्टि से बीमार होता है, तब दिन में स्वप्न देखता है। सपने में ऐसे दृश्यों का कोई महत्व नहीं होता। ये अर्थहीन हैं। वैसे तो व्यक्ति दिन में सपने देखता है और रात को भी। आइए जानें...
4. 3 से 4 बजे तक- इन सपनों का फल 6 महीने में मिलता है।
5. 4 से 5 बजे तक- इस दौरान देखे स्वप्न 3 महीनों में फलदायक हैं।