हमारे ऋषि-मुनियों ने ऐसे अक्षरों के समूह वाले श्लोकों की रचना की है जिसमें अमोघ शक्ति है। जिसके प्रमाण आस्तिकजन समय-समय पर पाते रहते हैं। मंत्रों की विधि व उच्चारण से सभी प्रकार की कामनाओं की पूर्ति सहज ही हो जाती है। किसी की सामग्री की चोरी होना कई बार बहुत बड़ी समस्या बन जाती है एवं इस कार्य को करने की प्रवृत्ति अत्यंत निंदित दुष्कर्म है।
सुरक्षा के उपाय, दंड के विधान एवं सभी प्रकार की सतर्कता के बावजूद इस घटना का शिकार कोई भी कभी भी हो सकता है। इससे बचने के लिए सावधानी तो आवश्यक है ही लेकिन उसके साथ ही शयन के पूर्व व्यक्ति पांच मंत्रों का उच्चारण करें।