शिवजी को गुरु मानकर निम्न मंत्र पढ़कर श्रीगुरुदेव का आवाहन करें-
'ॐ वेदादि गुरुदेवाय विद्महे, परम गुरुवे धीमहि, तन्नौ: गुरु: प्रचोदयात्।।'
हे गुरुदेव! मैं आपका आह्वान करता हूं।
फिर यथाशक्ति पूजन करें, नैवेद्यादि आरती करें तथा 'ॐ गुं गुरुभ्यो नम: मंत्र' की 11, 21, 51 या 108 माला करें।
विशेष इस वर्ष 27 जुलाई 2018 को आषाढ़ी पूर्णिमा है उसी दिन रात्रि को चन्द्रग्रहण है। अत: गुरु पूजन, दिन के 2 बजे के पहले ही पूर्ण कर लें, बाद में सूतक लग जाएगा। रात्रि में ग्रहण के दौरान जप किया जा सकता है तथा विशेष लाभ प्राप्त किया जा सकता है।