पुष्य है नक्षत्रों का राजा
ज्योतिष शास्त्र में वर्णित सभी 27 नक्षत्रों में 'पुष्य' नक्षत्र को राजा माना गया है। पुष्य नक्षत्र के स्वामी न्यायाधिपति शनि हैं। पुष्य नक्षत्र अत्यंत शुभ नक्षत्र होता है। पुष्य नक्षत्र में प्रारंभ अथवा संपन्न किए गए कार्य सफल व उन्नतिदायक होते हैं। पुष्य नक्षत्र में जन्म लेने वाला जातक धार्मिक, विद्वान, शांत, प्रसन्नचित्त, स्वस्थ, भाग्यवान व पुण्यात्मा होता है। भगवान प्रभु श्रीराम का जन्म भी पुष्य नक्षत्र में ही हुआ था। कर्क राशि में पुष्य नक्षत्र के चारों चरण आते हैं जिनके वर्णाक्षर हू, हे, हो, डा होते हैं।