guru shukra tara astodaya 2024: हमारे सनातन धर्म में प्रत्येक कार्य के लिए एक अभीष्ट मुहूर्त निर्धारित है। वहीं कुछ अवधि ऐसी भी होती है जब शुभकार्य के मुहूर्त का निषेध होता है। इस अवधि में सभी शुभकार्य जैसे विवाह, मुंडन, सगाई, गृहारंभ व गृहप्रवेश के साथ व्रतारंभ एवं व्रत-उद्यापन आदि वर्जित रहते हैं।
शुभ एवं मांगलिक मुहूर्त के निर्धारण में गुरु एवं शुक्र के तारे का उदित स्वरूप होना बहुत आवश्यक है। गुरु व शुक्र के तारे के अस्त होने पर किसी भी प्रकार के शुभ एवं मांगलिक कार्यों के मुहूर्त नहीं बनते।
आइए जानते हैं वर्ष 2024 में किस अवधि में गुरु व शुक्र का तारा अस्त स्वरूप रहेगा-
शुक्र के तारे की अस्तोदय अवधि-
- दिनांक 28 अप्रैल 2024, दिन रविवार, वैशाख कृष्ण चतुर्थी को शुक्र का तारा पूर्व दिशा में अस्त होगा (पंचांग भेद अनुसार 29 अप्रैल)। जो दिनांक 28 जून 2024, दिन शुक्रवार, आषाढ़ कृष्ण सप्तमी को पश्चिम दिशा में उदित होगा।
गुरु के तारे की अस्तोदय अवधि-
- दिनांक 07 मई 2024, दिन मंगलवार, वैशाख कृष्ण चतुर्दशी को गुरु का तारा पश्चिम दिशा में अस्त होगा (पंचांग भेद अनुसार 06 मई)। जो दिनांक 03 जून 2024 दिन सोमवार, ज्येष्ठ कृष्ण द्वादशी को पूर्व दिशा में उदित होगा।
उपर्युक्त काल में गुरु एवं शुक्र के तारे के अस्त स्वरूप होने के कारण समस्त मांगलिक एवं शुभकार्य जैसे विवाह, मुंडन, जनेऊ, गृहप्रवेश, व्रत-उद्यापन, देवप्रतिष्ठा आदि वर्जित रहेंगे।