Havan ke upay: भारतीय संस्कृति संपूर्ण विश्व में अग्रणी रही है। भारतवर्ष के ज्ञान की महिमा सूर्य के समान है, जिससे संपूर्ण संसार प्रकाशित होता है। यहां अनेक प्रकार के वैदिक मंत्र, यज्ञ एवं हवन के द्वारा भाग्य परिवर्तन की विधियां प्रचलित हैं। भारत भूमि सदैव ऋषि मुनियों की तपोंभूमि रही है। यहां कई ऋषि मुनियों ने जप, तप, अनुष्ठान एवं हवन इत्यादि करके वायुमंडल को शुद्ध किया है। मान्यता है कि आहुतियां का भोग हमारे देवताओं को प्राप्त होता है जिससे हमें पुण्य फल की प्राप्ति होती है। भारतवर्ष में कई ऋषि मुनियों ने यज्ञ हवन करके अनेकों सिद्धियों की प्राप्ति भी की है। भारत भूमि पर कई ऋषि मुनियों ने विविध कार्यों हेतु विविध प्रकार की सामग्री तैयार करके निश्चित मंत्रों से हवन किया और उस अभीष्ट फल की प्राप्ति निश्चित रूप से होती है।
अनेकों कार्यों की सिद्धि हेतु हवन:
1. लक्ष्मी प्राप्ति हेतु: श्री सूक्त के शुभ मुहूर्त में सवा लाख पाठ करके एवं दशांश का हवन करके बेल पत्र एवं खीर की आहुति देने से धन लक्ष्मी की प्राप्ति होती है तथा अनेक प्रकार से लक्ष्मी का आगमन होता है जिससे व्यक्ति का जीवन सुख में व्यतीत होता है तथा धन की समस्याएं दूर होती है।
3. चुनाव में विजय प्राप्ति हेतु: किसी भी व्यक्ति को प्रतिस्पर्धा में जीत हासिल करने हेतु, उच्च पद प्राप्त करने हेतु, चुनाव में विजय प्राप्त करने हेतु तथा दुश्मनों को नष्ट करने हेतु मां बगलामुखी स्तोत्र के 21000 पाठ तथा उसका दशांश हवन चंपा के पुष्पों से करना चाहिए। इसके प्रभाव से व्यक्ति को विजय प्राप्त होती है।