होलिका दहन व पूजन के मंगल मुहूर्त जानिए...

होलाष्टक 16 मार्च बुधवार से लगा है तथा 24 मार्च गुरुवार तक रहेगा। होलाष्टक में सभी शुभ कार्य, खरीद-फरोख्त आदि वर्जित है।


 

जब तक होलाष्टक समाप्त नहीं हो जाता तब तक शुभ कार्यों से बचना चाहिए व किसी भी प्रकार से कोई वस्तु चल-अचल संपत्ति आदि नहीं खरीदना चाहिए। मकान की नींव भी नहीं रखना चाहिए। 

होलिका दहन मुहूर्त
 
23 मार्च 2016 बुधवार को होलिका दहन होगा। 
 
होलिका दहन शुभ चौघड़िया में करना चाहिए, ताकि वर्ष शुभ हो। 
 
* होलिका दहन का शुभ मुहूर्त :  रात्रि 8 बजकर 07 मिनट से 9 बजकर 36 मिनट तक है। 
 
* होलिका पूजन मुहूर्त : शाम 5 बजकर 07 मिनट से 6 बज कर 38 मिनट तक है। 

 
आगे पढ़ें होलिका दहन की सरल विधि... 


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होलिका दहन विधि : -
 
होली उत्साह और उमंग से भरा त्योहार और उत्सव है। विष्णु भक्त इस दिन व्रत भी रखते हैं। होलिका दहन के लिए लोग महीने भर पहले से तैयारी में जुटे रहते है।

सामूहिक रूप से लोग लकड़ी, उपले आदि इकट्ठा करते हैं और फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा के दिन संध्या काल में भद्रा दोष रहित समय में होलिका दहन किया जाता है। होली जलाने से पूर्व उसकी विधि-विधान सहित पूजा की जाती है और अग्नि एवं विष्णु के नाम से आहुति दी जाती है।
 
होलिका दहन के दिन पवित्र अग्नि के चारों ओर लोग नृत्य करते हैं और लोकगीत का आनन्द लेते हैं। इस दिन राधा-कृष्ण की लीलाओं एवं ब्रज की होली की धुन गलियों में गूंजती रहती है और लोग आनन्द विभोर रहते हैं।

होलिका दहन के दिन लोग अपने-अपने घरों में खीर और मालपुआ बनाकर अपने कुल देवी और देवता को भोग लगाते है।



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