आइए जानते हैं कि होरा लग्न का निर्धारण कैसे किया जाता है।
- यदि लग्न में विषम राशि हो और लग्न का मान 15 अंश तक हो तो 'होरा' लग्न सूर्य की होगी।
होरा कुण्डली से फलादेश-
- यदि कर्क राशि की होरा में सभी सौम्य ग्रह स्थित हों तो यह एक अनुकूल स्थिति है। इसके फ़लस्वरूप जातक सौम्य स्वभाव वाला, सम्पत्तिवान, धनी एवं सुखी होता है।