ज्योतिष शास्त्र में होरा मुहूर्त को अहम माना गया है। एक अहोरात्र (दिन-रात) अर्थात् 24 घण्टे में कुल 24 होराएं होती हैं। एक होरा एक घंटे की होती है। प्रत्येक वार की प्रथम होरा सूर्योदय से प्रारंभ होती है जैसे रविवार को सूर्योदय के समय की सूर्य होरा होती है, सोमवार को सूर्योदय के समय चंद्र की होरा होती है। ठीक इसी प्रकार सातों दिन की होराएं होती हैं। आइए जानते हैं कि किस 'होरा' में कौन सा कार्य करना श्रेयस्कर होता है-
5. गुरु- पुखराज धारण करना, उच्च अधिकारियों से भेंट, विवाह संबंधी कार्य, वस्त्र खरीदना इत्यादि।
6. शुक्र- हीरा धारण करना, आभूषण क्रय करना, सोने-चांदी का व्यापार, ललित कला संबंधी कार्य, नवीन वस्त्र धारण करना व अन्य वैभव विलासिता संबंधी कार्य।
7. शनि- नीलम व गोमेद धारण करना, गृहारम्भ करना, कारखानें स्थापित करना, लोहा-मशीनरी संबंधी कार्य, वाहन क्रय करना, न्यायालय संबंधी कार्य, कृषि कार्य, तेल संबंधी कार्य।