सूर्य के धनु राशि में प्रवेश के साथ ही खरमास यानि मलमास का आरंभ हो गया। हिन्दू धर्म और ज्योतिष की दृष्टि से इस माह में शुभ कार्य वर्जित माने जाते हैं। इसके बाद जब सूर्य का मकर राशि में प्रवेश होगा, तभी से शुभ कार्यों को शुरु किया जाएगा।
वैसे तो इस माह में किसी भी प्रकार के शुभ कार्यों को नहीं किया जाता, लेकिन कुछ विशेष परिस्थितियों में आप आवश्यक शुभ कार्यों को संपन्न कर सकते हैं। ज्योतिष अनुसार वे कौन सी परिस्थितियां है, हम आप को बता रहे हैं -
1 अगर आप प्रेम-विवाह करना चाहते हैं, तो इस समय कर सकते हैं, कोर्ट मैरिज में किसी प्रकार से खरमास बाधक नहीं बनता।
4 सीमान्त, जातकर्म और अन्नप्राशन आदि कर्म पहले से तय होने पर इस अवधि में किए जा सकते हैं।
5 अगर आप गया में किसी का श्राद्ध करने वाले हैं तो इसमें भी खरमास का कोई बंधन नहीं होता।