ज्योतिष मतानुसार मीन राशि बुध ग्रह की नीच राशि मानी जाती है। बुध ग्रह के अस्त होने से बुद्धि, तर्क, व्यापार और संचार कौशल जैसी क्षमताएं कमजोर पड़ सकती है| बुध के मीन राशि में होने से जातक की रुचि परा विद्याओं में रहती है। बुध के अस्त होने से व्यापार तथा अर्थव्यवस्था पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, इस दौरान गलतफहमी तथा अव्यवस्थाओं जैसी समस्याएं व्यापार में देखने को मिलेगी। बुध ग्रह के अस्त होने से शेयर मार्केट पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा तथा इन राशि वाले लोगों को सतर्क रहना होगा।
कर्क राशि: कर्क राशि वालों के लिए बुध ग्रह का गोचर नवम भाव में चल रहा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नवम भाव को भाग्य भाव अथवा धर्म का भाव भी कहा जाता है। इस भाव में बुध ग्रह के अस्त होने के कारण व्यक्ति के भाग्य में रुकावटें आ सकती है तथा पिता के स्वास्थ्य की चिंता भी बनी रहेगी, कार्य क्षेत्र में परेशानी के कारण व्यक्ति को मानसिक तनाव रहेगा तथा करियर क्षेत्र में अनुकूल परिणाम प्राप्त नहीं होंगे। बुध ग्रह के अस्त होने के कारण इन राशि वाले लोगों को असंतुष्टि का भाव परेशान करेगा।
सिंह राशि: सिंह राशि वालों के लिए बुध ग्रह का गोचर अष्टम भाव में चल रहा है तथा अष्टम भाव में बुध ग्रह के अस्त होने के कारण इन राशि वालों को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। व्यापार पक्ष में भी धन फंसने की समस्या बनी रहेगी, अतः मानसिक अशांति तथा परेशानी का सामना इन राशि वालों को करना पड़ेगा। व्यापार में अनुकूल परिणाम प्राप्त नहीं होंगे, जिस कारण सिंह राशि वाले व्यक्ति निराश रहेंगे।
तुला राशि: तुला राशि वालों के लिए बुध ग्रह का गोचर छठे भाव में चल रहा है। छठे भाव में बुध ग्रह के अस्त होने के कारण इन राशि वाले लोगों का स्वास्थ्य पक्ष खराब रहेगा। स्वास्थ्य में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। करियर क्षेत्र में परिवर्तन का योग बन रहा है, परंतु परिवर्तन का यह योग इन राशि वालों के लिए चिंता का विषय भी बन सकता है।