इसके अंतर्गत घनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद एवं रेवती नक्षत्रों के मेल से बनने वाले विशेष योग को ही पंचक कहा जाता है। इन दिनों में विशेष संभल कर रहने की आवश्यकता होती है। मृत्यु पंचक इस बार 18 जून 2022, दिन शनिवार को 18.43 मिनट से शुरू होकर 23 जून 2022, दिन गुरुवार को 06.14 मिनट तक जारी रहेगा।