नेम थेरपी : सवाल जो आप पूछना चाहते हैं ( भाग 3)

प्रश्न- नेम थेरपी के अन्तर्गत नाम को कैसे भाग्यशाली बनाया जा सकता है?
उत्तर- नेम थेरपी के अन्तर्गत आपके नाम को जीवनसाथी व माता-पिता सहित परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मिलान किया जाता है जिस भी नाम के लिए आपका नामांक्षर, नामांक आदि विरोधी होते है उन्हें बदलकर अनुकूल किया जाता है। जो आपके लिए भाग्यशाली साबित होते हैं।

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प्रश्न- किसी कम्पनी व संस्था के नाम को कैसे प्रभावशाली बनाया जा सकता है?
उत्तर- किसी कम्पनी, संस्था, क्लब, चिकित्सीय व शैक्षिक संस्थानों के नाम को जो अनेक प्रयासों के बाद भी सफल नहीं हो रहे हों उन्हें उपयुक्त नामाक्षर की शक्ति से संपन्न कर लाभदायक बनाने हेतु सक्रिय किया जाता है।
 
प्रश्न- क्या औद्योगिक उत्पादों का नाम भी उसकी विक्री व नाम बढ़ाने में सहायक हो सकता है?
उत्तर- हाँ, किसी औद्योगिक उत्पाद के स्वभाव, उसकी स्थिति के अनुसार उसे एक ऐसे शक्ति सम्पन्न नामाक्षर से जोड़ दिया जाता है जो उसे लाभ की ओर ले जाता है।
 
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प्रश्न- नाम और उसकी शक्ति को बताने वाले कौन-से पहलू है?
उत्तर- नाम और उसकी शक्ति को जानने के लिए यद्यपि अनेक पहलू है जिसमें कुछ संक्षिप्त इस प्रकार है। जन्मांक, मूलांक, नामांक, नामाक्षर, भाग्यशाली अंक, व्यक्तित्व नम्बर आदि पहलुओं का अध्ययन किया जाता है।
 
इस प्रकार नेम थेरपी द्वारा आप बड़े सहज ढंग से अपने नाम उसके प्रभाव को जान सकते है और रिश्ते, कारोबार, धन, संतान, मित्रता, प्रेम संदर्भ, करियर, स्वास्थ्य से संबंधित तमाम पहलुओं को समझ सकते हैं। 

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