Nautapa 2022: प्रतिवर्ष ग्रीष्म ऋतु ज्येष्ठ माह में नौतपा प्रारंभ होता है। इस बार नौतपा 25 मई 2022 बुधवार से प्रारंभ होगा। क्या होता है नौतपा, क्यों जरूरी है इसमें बारिश का नहीं गिरना और इस दौरान रख लें 5 सावधानियां। आओ जानते हैं नौतपा के बारे में सभी कुछ।
क्या होता है नौतपा : सूर्य 15 दिन के लिए रोहिणी नक्षत्र में गोचर करने लगता है। इन पंद्रह दिनों के पहले के 9 दिन सर्वाधिक गर्मी वाले होते हैं। इन्हीं शुरुआती नौ दिनों को नौतपा के नाम से जाना जाता है।
नौतपा में बारिश का नहीं आना क्यों जरूरी : नौतपा के दौरान सूर्य की किरणें सीधे पृथ्वी पर प्रभाव डालती है। इससे प्रचंड गर्मी होती है जो समुद्र के पानी का वाष्पीकरण तेजी करके बादलों का निर्माण करती है। इससे मानसून में अच्छी बारिश होने के आसार बनते हैं। लेकिन यदि समुद्री क्षेत्रों में नौतपे के दौरान ही बारिश हो गई तो वाष्पीकरण की यह प्रक्रिया रुक जाती है और बादल कम बन पाते हैं। इसीलिए जरूरी है नौतपा का अच्छे से तपना।
Surya dev Worship
नौतपा रख लें 5 सावधानियां : सूर्य रोहिणी नक्षत्र में रहता है तब तक नहीं तो कम से कम 9 दिनों तक तो ये पांच सावधानियां रखना जरूरी है अन्यथा आपकी सेहत पर इसका विपरित असर पड़ सकता है।
1. नौतपा के दौरान किसी भी स्थिति में बगैर कुछ खाए पिए घर से न निकलें। खुले शरीर बाहर न निकलें, टोपी पहने, कानों को ढंककर रखें और आंखों पर धूप का चश्मा जरूर लगाएं।
2. ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं। प्याज खाएं और साथ में भी रखें। मौसमी फल, फलों का रस, दही, मठ्ठा, जीरा छाछ, जलजीरा, लस्सी और आम का पना पिएं।
3. नरम, मुलायम, सूती कपड़े पहनें जिससे हवा और कपड़े शरीर के पसीने को सोखते रहे।
4. इन सबके अलावा समय-समय पर आवश्यकता के अनुसार ग्लुकोज का सेवन करते रहें और अपनी ऊर्जा का इस्तेमाल अनावश्यक न करें।
5. लू लगने के क्या लक्षण होते हैं यह पहले से ही जान लें। लू लगने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।