नास्त्रेदमस और भविष्य मालिका की 2024 की भविष्यवाणी भारत के लिए

Nostradamus Prediction 2024: फ्रांस के भविष्यवक्त नास्त्रेदमस और भारत के भविष्यवक्ता संत अच्युतानंद दास की भविष्यवाणी के साथ ही जर्मन भविष्यवक्ता बाबा वेंगा की भविष्यवाणी ज्यादा प्रचलित है। हर साल इन लोगों की किताबों से भविष्वाणियां निकालकर इंटरनेट पर डाली जाती है। दाव किया जा रहा है कि वर्ष 2023 के लिए उन्होंने जो भविष्यवाणी की थी वो सच हो गई है। अब जानिए कि उन्होंने 2024 में भारत के लिए कौनसी भविष्यवाणी की है।

 
बाबा वेंगा की भविष्यवाणी बताइए 2024: बाबा वेंगा का कहना है कि 2024 के लिए बाबा वेंगा का कहना है कि जल्द चीन दुनिया की महाशक्ति बन जाएगा। चीन पूरी दुनिया में अपनी शक्ति और सामर्थ बढ़ा लेगा। साल 2024 में इस बदलाव से धरती का मौसम बुरी तरह प्रभावित होगा. जिसके कारण तापमान में भी परिवर्तन होगा जिससे ठंडी जगह गर्म हो जाएगीं और गर्म जगहें ठंडी हो जाएंगी. साल 2024 में ग्लेशियर पिघलने लगेंगें जिससे समुद्र किनारे बसे हुये शहर जलमग्न हो जायेंगें. 
 
नास्त्रेदमस भविष्यवाणी 2024:
 
- नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी के दावे के अनुसार 2020 से 2025 के बीच कुछ बड़ा होने वाला है। 2025 तक यह संपूर्ण दुनिया वन वर्ल्ड, वन अर्थ यानी मानव सभ्यता पूरी तरह से एक ही सत्ता के नीचे कायम हो जाएगी।
 
- 2024 में भारत में कुछ ऐसी खोज होने वाली है जो मनुष्य जीवन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जाएगी। कहते हैं कि मनुष्य भविष्य में घटित होने वाली चीजों को पहले ही जान लेगा।
 
- भारत में रहस्यमयी लोगों का आगमन होने वाला है। भविष्यवाणी के दावे के अनुसार हिमालय में तपस्या कर रहे ऐसे संतों का आगमन होने वाला है जो चमत्कारिक और रहस्यमयी हैं और जो हजारों वर्षों से जीवित हैं।
 
-2024 में भारत अं‍तरिक्ष में भी अपनी एक विशेष सत्ता कायम करने वाला है। 
 
- 2024 में दुनिया बहुत ही बड़े युग परिवर्तन से गुजरेगी। इस दौर में मुक्तिदाता आएगा जिसकी बात सभी मानेंगे। मुक्ति दाता पूर्व का कोई सम्राट होगा।
 
- '27 अक्टूबर 2025 को मेष के प्रभाव में तीसरी किस्म की जलवायु आएगी, एशिया का राजा मिस्र का भी सम्राट बनेगा। युद्ध, मौतें, नुकसान और ईसाइयों की शर्म के हालात बनेंगे। -(3/77 सेंचुरी)।
 
- 'पूरब का वह नेता अपने देश को छोड़कर आएगा, पार करता हुआ इटली के पहाड़ों को और फ्रांस को देखेगा। वह वायु, जल और बर्फ से ऊपर जाकर सभी पर अपने दंड का प्रहार करेगा।'
 
- एक जलवायु आकाश, धरती और धरती के भीतर जीवों के लिए उपयोगी होती है, दूसरी जलवायु पानी और पानीभरे स्थानों के लिए उपयोगी होती है, लेकिन तीसरी जलवायु तो अंतरिक्ष ही हो सकती है, जहां जीवन पनपना असंभव होगा। माना जा रहा है कि उक्त वर्ष में किसी ऐसे युद्ध की आशंका है जिसके चलते न्यूट्रॉन बम का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके व्यापक प्रभाव वाले क्षेत्र में तत्काल ही जीवन समाप्त हो जाएगा। ऐसा कौन करेगा? एशिया का महान शक्तिशाली नेता?
 
- 'पांच नदियों के प्रख्‍यात द्वीप राष्ट्र में एक महान राजनेता का उदय होगा। इस राजनेता का नाम 'वरण' या 'शरण' होगा। वह एक शत्रु के उन्माद को हवा के जरिए समाप्त करेगा और इस कार्रवाई में 6 लोग मारे जाएंगे।' (सेंचुरी v-27)
 
- शीघ्र ही पूरी दुनिया का मुखिया होगा महान 'शायरन' जिसे पहले सभी प्यार करेंगे और बाद में वह भयंकर व भयभीत करने वाला होगा। उसकी ख्याति आसमान चूमेगी और वह विजेता के रूप में सम्मान पाएगा।' (v-70)
 
- 'महान सितारा 7 दिन तक जलेगा और एक बादल से निकलेंगे दो सूरज, एक बड़ा कुत्ता रोएगा सारी रात और एक महान पोप अपना मुल्क छोड़ देगा।'
भविष्य मालिका की भविष्यवाणी:
 
- संत अच्युतानंद दास ने अपनी योग शक्ति के बल पर भविष्य मालिका को लिखा था। भविष्य मालिका के अनुसार धरती 3 चरणों से गुजर रही है। पहला कलयुग का अंत होगा, दूसरा महाविनाश होगा और तीसरा आएगा एक नया युग।
 
- शनि जब मीन राशि में प्रवेश करेंगे तब भारत पर संकट के बादल छाएंगे। साल 2024 में शनि कुंभ से निकलकर मीन राशि में जाने वाले हैं।
 
- किसान खेती का काम बंद कर देंगे और जंगली जानवर गांव और शहर पर हमला करना शुरू कर देंगे।
 
- बदल जाएगी धरती की धुरी। इसके एक बाद एक कई भूंकप आएंगे।
- आसमान में दो सूर्य निकलने का आभास होगा। (उल्लेखनीय है कि कोलंबिया के एक गांव में हाल ही में अचानक एक साथ दो सूर्य दिखाई दिए थे, जिसे देख लोग हैरान रह गए थे। कॉन्सिपेरी थ्योरिस्ट्स के अंतर्गत आता है।) एक सूर्य होगा और दूसरा आसमानी पिंड होगा, जो बंगाल की खाड़ी में गिरेगा और ओडिशा जलमग्न हो जाएगा।
 
- समुद्र का जलस्तर बढ़ जाएगा और जगन्नाथ मंदिर की 22वीं सीढ़ी तक पानी आ जाएगा। तब भगवान के विग्रह को उनके भक्त छातियाबटा ले जाएंगे। एक ओर प्राकृतिक आपदाएं होंगी तो दूसरी ओर होगा महायुद्ध। तीसरे विश्वयुद्ध की शुरुआत शनि के कुंभ राशि में प्रवेश करने पर हो जाएगी। लोग कीट-पंतंगों की तरह मरेंगे और विश्व की जनसंख्या 64 करोड़ ही रह जाएगी।
 
- धरती पर हो रहीं प्राकृतिक आपदाओं के कारण धरती पर 7 दिनों तक अंधेरा रहेगा। कहा जा रहा है कि यह घटना 2022 से 2029 के बीच होगी।
 
- भविष्य मालिका के अनुसार 2025 के बाद का समय एक विभिषिका के समान होगा। वहीं लोग बचेंगे तो सत्य और धर्म के मार्ग पर चलेंगे।
 
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