शनिदेव की कुदृष्टि बचने तथा उनका आशीर्वाद पाने के लिए उनके बीज मंत्र 'ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः' का जाप करना चाहिए। साथ ही 'ॐ शं शनैश्चरायै नमः' यह मंत्र शनि ग्रह को प्रसन्न करने का सबसे सरल मंत्र माना गया है। यदि आप शनि साढ़ेसाती, ढ़य्या या शनि के प्रकोप या ग्रह दोष से अधिक परेशान हैं तो यह सरल उपाय करके आप इससे निजात पा सकते हैं।
आइए यहां जानते हैं शनि के प्रकोप को दूर करने के 10 आसान उपाय :
1. शनि देव के प्रकोप को दूर करने तथा उनके बुरे प्रभाव से बचने हेतु हर शनिवार शनि मंदिर जाकर सरसों तेल में काला तिल मिलाकर दीया जलाएं।
6. शनिवार के दिन उड़द, तिल, भैंस, लोहा, तेल, काले वस्त्र, और जूते का दान देना उचित रहता है।
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।