Shani ki dhaiya 2025: नया वर्ष 2025 में 4 ग्रहों का राशि परिवर्तन होगा। पहले 29 मार्च को शनि का कुंभ से निकलकर मीन राशि में गोचर होगा। इसके बाद 14 मई को बृहस्पति का वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में गोचर होगा। इसके बाद 18 मई को राहु और केतु का गोचर कुंभ और सिंह राशि में होगा। कुंभ राशि में शनि के प्रवेश करते ही कर्क और वृश्चिक राशि वालों पर शनि की ढैया शुरू हो गई थी, जबकि मकर, कुंभ और मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है। 29 मार्च को मेष राशि पर शनि की साढ़ेसाती शुरू होगी। 17 जनवरी 2023 को कुंभ राशि में शनि के प्रवेश करते ही कर्क और वृश्चिक राशि वालों पर शनि की ढैया शुरू हो गई थी। यह ढाई वर्ष तक रहेगी।
कर्क और वृश्चिक पर शनि की ढैया:-
शनि की ढैया : कुंभ राशि में शनि के प्रवेश करते ही कर्क और वृश्चिक राशि वालों पर शनि की ढैया शुरू हो गई थी। 17 जनवरी 2023 को कुंभ राशि में शनि के प्रवेश करते ही कर्क और वृश्चिक राशि वालों पर शनि की ढैया शुरू हो गई थी। यह ढाई वर्ष तक रहेगी।
शनि की ढैय्या की सावधानी:-
साढ़ेसाती एक ऐसा समय रहता है जबकि जातक के कर्मों का हिसाब किताब शुरु होता है। ढैया ढाई साल की, साढ़ेसाती साढ़े सात साल की और दशा 19 साल की होती है। यदि कर्म अच्छे हैं तो यह समय अच्छा भी रहता है। परंतु जब व्यक्ति बुरे कर्म करता है तो शनिदेव का चक्र प्रारंभ हो जाता है। जैसे कि ब्याज का धंधा करना, पराई स्त्री पर नजर रखना, झूठ बोलना, शराब पीना, हत्या करना, चोरी करना, गरीबों को सताना, जानवरों को मारना, सांप को मारना और देवताओं का अपमान करना ये बुरे कर्म है।