संक्रांति का शुभ फल विविध प्रकार के दान देने से कई गुना बढ़ जाता है। तिलदान, वस्त्रदान, कम्बल-गर्म वस्त्रदान, चावल तथा मूंग की दाल की खिचड़ी, गुड़, तिल व गुड़ से बनी वस्तुएं जैसे गजक, रेवड़ी, लड्डू इत्यादि का दान, बर्तन या रोजमर्रा के उपयोग की वस्तुएं दान करने का विशेष महत्व है।
तिल मिले जल से स्नान, तिल को पीसकर बनाया उबटन, तिल से हवन, तिल का सेवन इत्यादि का प्रयोग करने से पुण्य फल मिलता है।
2. वृषभ राशि : भय, क्लेश, चिंता।
3. मिथुन : ज्ञान वृद्धि, आध्यात्मिक रुचि।