* इस माह कईं ग्रह करेंगे परिवर्तन, क्या होगा असर, जानिए...
सितंबर प्रथम सप्ताह में शुक्र के आश्लेषा नक्षत्र में होने से रुई, तुवर, चावल में मंदी आएगी। बुध 5 सितंबर से मार्गी हो रहा है अत: चांदी में भाव कम होंगे। सोना, गेहूं, जौ, चावल एवं मूंगफली में तेजी रहेगी।
सुगंधित वस्तुओं में मंदी रहेगी। 11 सितंबर से गुरु तुला राशि में प्रवेश करेगा, फलस्वरूप सोना, रुई, सुपारी, नारियल में तेजी होगी। तेल, सरसों, अलसी में मंदी रहेगी। 13 सितंबर से सूर्य के उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में होने से कपास, रेशम, सोना, चांदी, लोहा, तेल, अलसी, सरसों, चावल, उड़द, सुपारी, बांस एवं जुवार में तेजी आएगी।
15 सितंबर को शुक्र सिंह राशि में प्रवेश करेगा अत: तांबा, सोना, जौ, चना, गेहूं, लाल मिर्ची में तेजी आएगी। 16 सितंबर को बुध के पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में आने से गुड़, शकर, गेहूं में मंदी आएगी। 17 सितंबर को सूर्य का कन्या राशि में प्रवेश होने से रुई, नारियल, तिल, तेल, चांदी में मंदी आएगी।
24 सितंबर से बुध उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में प्रवेश करेगा अत: उड़द, मूंग, मसूर, तुवर में तेजी आएगी। जौ, चना, हल्दी, गेहूं में मंदी आएगी। 27 सितंबर को सूर्य हस्त नक्षत्र में आएगा फलस्वरूप जौ, जुवार, गुड़, गेहूं, कपास, रुई, नमक, हींग, धनिया, हल्दी में तेजी आएगी।
पूर्वी देशों में सुख-शांति व दक्षिण-पश्चिम देशों में युद्धादि का भय रहेगा एवं उत्तर के देशों में अशांति के साथ बालकों पर कष्ट रहेगा। आतंक पर नियंत्रण होगा। इस माह विज्ञान के क्षेत्रों में भी विश्व में उन्नति होगी। भारत में धर्म के नाम पर झगड़े व तनाव बढ़ेंगे व सांप्रदायिकता को लेकर अशांति रहेगी।
वर्षा अधिक होगी। मैदानी भागों में हालत खराब रहेगी। मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में जल की समस्या दूर होगी अर्थात अच्छी वर्षा होगी। उत्तराखंड, बिहार, उत्तरप्रदेश, हरियाणा में प्रथम 2 सप्ताह वर्षा रहेगी। अंतिम सप्ताह में राहत मिलेगी व जन-धन की हानि हो सकती है।
पंजाब, गुजरात, कर्नाटक, मद्रास, महाराष्ट्र में कहीं-कहीं अच्छी वर्षा होगी, कहीं-कहीं खंड वर्षा होगी।