Shani Sade Sati: शनि की ढैया, साढ़ेसाती, दशा, महादशी और वक्री चाल में शनिदेव जातक का खूब खर्चा करवाते हैं। यह ऐसा समय रहता है जबकि जातक के कर्मा का हिसाब किताब शुरु होता है। ढैया ढाई साल की, साढ़ेसाती साढ़े सात साल की और दशा 19 साल की होती है। यदि कर्म अच्छे हैं तो यह समय अच्छा भी रहता है। परंतु जब व्यक्ति बुरे कर्म करता है तो शनिदेव का चक्र प्रारंभ हो जाता है। जैसे कि ब्याज का धंधा करना, पराई स्त्री पर नजर रखना, शराब पीना, गरीबों का सताना, जानवरों को मारना, सांप को मारना और देवताओं का अपमान करना।
कर्क और वृश्चिक पर शनि की ढैया
मकर, कुंभ और मीन पर शनि की साढ़ेसाती
पांचों राशियों को शनि के मंदे कार्यों से बचना चाहिए
प्रतिदिन हनुमान चालीसा पढ़ना चाहिए
गरीब, सफाईकर्मी, अंधे, विधवा और अपंग लोगों की सहायता करना चाहिए
कुंभ राशि में शनि : 17 जनवरी 2023 को कुंभ राशि में प्रवेश किया था तभी से इसी राशि में है। शनि का राशि परिवर्तन 29 मार्च 2025 को होगा जहां पर ये मीन राशि में प्रवेश करेंगे और इस राशि में 2028 तक विराजमान रहेंगे।
शनि की साढ़ेसाती : शनि के कुंभ राशि में रहने के कारण मकर, कुंभ और मीन राशि वालों के ऊपर शनि की साढ़ेसाती है।
शनि की ढैया : कुंभ राशि में शनि के प्रवेश करते ही कर्क और वृश्चिक राशि वालों पर शनि की ढैया शुरू हो गई थी।
मकर पर साढ़ेसाती : मकर राशि वालों पर शनि की साढे़साती का आखिरी चरण चल रहा है। कर पर साढ़ेसाती 26 जनवरी 2017 से शुरू हुई थीँ, जो 29 मार्च 2025 को समाप्त होगी।
कुंभ पर साढ़ेसाती : कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण चल रहा है। आप पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव 3 जून 2027 तक रहेगा। कुंभ राशि वालों को 23 फरवरी 2028 को शनि की साढ़ेसाती से निजात मिलेगी।
मीन पर साढ़ेसाती : मीन पर है साढ़ेसाती का असर है। आपकी राशि पर शनि की साढ़ेसाती प्रारंभ होकर इसका पहला चरण 29 मार्च 2025 तक चलेगा और इस राशि पर 7 अप्रैल 2030 तक साढ़ेसाती रहेगी।
कर्क और वृश्चिक पर शनि की ढैया : 17 जनवरी 2023 को कुंभ राशि में शनि के प्रवेश करते ही कर्क और वृश्चिक राशि वालों पर शनि की ढैया शुरू हो गई थी। यह ढाई वर्ष तक रहेगी।