30 अप्रैल 2022 शनिवार के दिन सूर्य ग्रहण है। इसी दिन शनिवार को अमावस्या होने के कारण शनि अमावस्या भी है। मान्यता है कि जब भी सूर्य ग्रहण लगता है तो इसका असर संपूर्ण धरती पर पड़ता है। हालांकि वर्ष के पहले सूर्य ग्रहण को आंशिक ग्रहण कहा जा रहा है। आओ जानते हैं कि किस तरह इस दिन सूर्य और शनिदेव के उपाय करके उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं।
सूर्यदेव के उपय :
1. इस दिन सूर्य के संबंधित दान करें। जैसे गेहूं, तांबे और गुड़ का दान करें।
2. इस दिन ग्रहण के पश्चात आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें।
3. कुंडली में सूर्य ग्रहण है तो 6 नारियल अपने उपर से वार कर जल में प्रवाहित करें।
4. लाल गाय को चारा खिलाएं।
5. बंदर को भोजन कराएं।
6. सूर्य देव की आराधना करें।
7. ॐ सूर्याय नम: का जाप करें।
8. सूर्य को अर्घ्य दें।
9. सीधा दान करें।
10. श्री हरि विष्णु की पूजा करें।
शनिदेव के उपाय :
1. शनि मंदिर में यदि बाहर कोई गरीब, अपंग या भीखारी हो तो उसे दान जरूर दें।
2. एकाक्षरी मंत्र : मंत्र - ऊँ शं शनैश्चाराय नमः। सामान्य पूजा के दौरान इसी मंत्र को जपना चाहिए।
3. हनुमान चालीसा का पाठ करें और उन्हें गुड़ और चने का प्रसाद अर्पित करें।
4. शनि मंदिर में जाकर उन्हें तेल अर्पित करें और छाया दान करें। छाया दान करने का तेल अलग होना चाहिए।
5. शनिवार को पीपल के पेड़ में शाम को जल चढ़ाएं और तिल के तेल का दीपक जलाएं।