यदि किसी जातक को या परिवार में किसी सदस्य को असाध्य बीमारी हो गई हो तो उसे चाहिए कि सावन में किसी सोमवार को पानी में दूध व काले तिल डालकर शिवलिंग का अभिषेक करें। अभिषेक के लिए तांबे के बर्तन को छोड़कर किसी अन्य धातु के बर्तन का उपयोग करें। अभिषेक करते समय 'ॐ जूं स:' मंत्र का जाप करते रहें।
इसके बाद भगवान शिव से रोग निवारण के लिए प्रार्थना करें और प्रत्येक सोमवार रात में 9.15 बजे के बाद गाय के सवा पाव कच्चे दूध से शिवलिंग का अभिषेक करने का संकल्प लें। इस उपाय से बीमारी ठीक होने में लाभ मिलता है। इसके अलावा 11 हजार, 21 हजार या 1.25 लाख बार महामृत्युंजय का पाठ करने या किसी योग्य ब्राह्मण को संकल्प देने से भी अत्यधिक लाभ मिलता है।
इसके अलावा हनुमानजी, शिवजी के अवतार माने गए हैं। सावन माह शिवजी की पूजा का माह है और इस महीने में हनुमानजी के उपाय भी विशेष रूप से किए जा सकते हैं। शिवपुराण के अनुसार शिवजी और उनके अवतारों की पूजा करने से कार्यों में आ रही बाधाएं दूर होती हैं और भाग्य का साथ मिलने लगता है।