गोधूलि मुहूर्त : शाम 07.18 से 07.40 तक।
सनातन धर्म में प्राचीन समय से ही नदी स्नान और दान देने की परंपरा चली आ रही है। अत: सोमवती अमावस्या के दिन इन शुभ संयोग में अपने सामर्थ्य के अनुसार जरूरतमंद, गरीब, असहाय व्यक्ति या ब्राह्मण को दान-दक्षिणा देने तथा कुंडली में चंद्र दोष हो तो चांदी, दही, चावल, खीर तथा सफेद वस्त्र का दान करने का विशेष महत्व है।