आयुर्वेद में चरक संहिता के अंतर्गत यह वर्णित है कि गाय का शुद्ध (गौ घृत) अर्थात देसी घी स्मरण शक्ति, बुद्धि, ऊर्जा, बलवीर्य, ओज बढ़ाता है, गाय का घी वसावर्धक है तथा वात, पित्त, बुखार और विषैले पदार्थों का नाशक है। मान्यता के अनुसार इस दिन जो गाय का घी नहीं खाता उसे अगले जन्म में गनेल यानी घोंघे के रूप में जन्म लेना पड़ता है।
पांच देवों में से एक देव भगवान सूर्य को माना जाता है, किसी भी शुभ कार्य की शुरूआत के लिए गणेशजी, शिवजी, विष्णुजी, देवी दुर्गा और सूर्यदेव की पूजा की जाती है।