कुंडली में चौथा भाव घर और वाहन का भाव होता है इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि यदि नया घर या वाहन खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो जब तक सूर्य धनु से निकलकर मकर राशि में प्रवेश नहीं कर जाते हैं तब तक के लिए टाल दें। आठवें भाव में बैठे सूर्य की दृष्टि दूसरे भाव यानी वाणी, बचत और परिवार के भाव पर पड़ रही होगी। इसके परिणामस्वरूप वाणी खराब हो सकती है। परिवार के साथ मतभेद हो सकते हैं।
मिथुन राशि : तीसरे भाव के स्वामी सूर्य का आपकी कुंडली के सातवें भाव में गोचर हो रहा है जो दांपत्य जीवन और साझेदारी के व्यापार में उथल पुथल मचा सकते हैं। इसलिए वाद विवाद से दूर रहें। हालांकि खुद का व्यापार है तो सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेगा। नौकरी में भी ठीकठाक ही रहेगा। सेहत अच्छी रहेगी और भाई बहनों के सहयोग से खुद का व्यापार है तो चलेगा।
कर्क राशि : दूसरे भाव के स्वामी सूर्य का आपकी कुंडली के छठे भाव में गोचर हो रहा है। छठे भाव में सूर्य का गोचर आपके लिए मिले-जुले परिणाम लेकर आ सकता है। करियर और नौकरी में फायदा मिल सकता है। कोर्ट कचहरी के मामले सुलझ सकते हैं। आंखों की रोशनी, दिल और हड्डियों आदि से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। परिवार के सदस्यों से वाद विवाद हो सकता है। इसलिए वाणी पर संयम रखें।
मकर राशि : सूर्य आपके आठवें भाव के स्वामी हैं और अब 12वें भाव में गोचर हो रहा है। यह विपरीत राजयोग का निर्माण कर रहा है। ऐसे में यह योग दर्शाता है कि आप जीवन में चल रही कठिनाइयों पर काबू पाने में सफल होंगे। हालांकि मकर राशि वालों के लिए सूर्य को शत्रु ग्रह माना जाता है। इसलिए हम यह कहते सकते हैं कि सूर्य का यह गोचर मकर राशि वालों के लिए मिले-जुले परिणाम लेकर आएगा।