यह सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर को सुबह 8 बजकर 17 मिनट से प्रारंभ होकर 10 बजकर 57 मिनट तक रहेगा। हिन्दू पंचांग के अनुसार पौष माह की अमावस्या के दिन मूल नक्षत्र और धनु राशि में होने वाले इस सूर्य ग्रहण का सूतक काल 1 दिन पहले बुधवार शाम 5 बजकर बजकर 31 मिनट पर प्रारंभ होगा।
ज्योतिषियों के अनुसार यह सूर्य ग्रहण खासकर मेष, वृश्चिक, मिथुन, तुला और मकर राशि पर गहरा असर डालेगा। तुला राशि पर इस ग्रहण का क्या असर होगा और उस असर से बचने के यहां प्रस्तुत है लाल किताब के 5 उपाय।
तुला राशि पर प्रभाव : तुला के जातकों को पारिवारिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। संतान और शिक्षा संबंधी परेशानियां भी झेलना पड़ सकती है। हालांकि आर्थिक सुधार होगा। खिलाड़ी हैं तो चोट लगने की संभावना है। स्वयं के प्रयासों पर भरोसा करें और निम्नलिखित उपाय आजमाएं अन्यथा यह सूर्य ग्रहण आपके लिए तमाम तरह की परेशनियां खड़ी कर देगा।
लाल किताब के 5 उपाय
1. सफेद वस्त्र का दान करें।
2. शुक्रवार को दही का स्नान करें।
3. भोजन का कुछ हिस्सा गाय, कौवे, और कुत्ते को दें।
4. स्वयं को और घर को साफ-सुथरा रखें और साफ कपड़े पहनें। सुगन्धित इत्र या सेंट का उपयोग करें।
5. शुक्रवार का व्रत रखकर लक्ष्मी की उपासना करें और खटाई न खाएं। विवाहित हैं तो पत्नी एवं परिवार के सदस्यों को खुश रखें।